प्रेम प्रसंग में रुकावट बनने पर दामाद ने की थी हत्या,चार साल बाद हुआ खुलासा
बिलाईगढ़
बलौदाबाजार पुलिस ने लंबे समय बाद ही सही आखिरकार भाजपा नेत्री मालती बंजारे की हत्या की गुत्थी सुलझा ही ली. पुलिस ने चार साल बाद मालती हत्याकांड का आज खुलासा किया. इस मामले में पुलिस ने अजीत कुर्रे नामक व्यक्ति का गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद अजीत को न्यायलय में पेश किया गया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस के मुताबिक अजीत कुर्रे मृतिका मालती बंजारे का भांजा दामाद है. वहीं इस मामले में अजीत का एक साथी भी शामिल रहा, जिसकी तलाश जारी है.
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक नीथूकमल ने कहा कि आरोपी का किसी अन्य लड़की से प्रेम प्रसंग था. इसकी जानकारी मालती को थी. आरोपी अजीत मालती को अपने प्रेम प्रसंग में रुकावट मान रहा था. लिहाजा उन्होंने मालती को अपने रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची थी. साजिश के तहत उन्होंने हत्या के बाद मालती को निर्वस्त्र कर लाश फेंक दी थी. साथ ही मृतिका के हाथ में फर्जी सुसाइट नोट पकड़ा दिया था. वहीं आरोपी ने खुद को इस घटना से बचाने के लिए 50 मोबाइल नंबरों को उपयोग किया था. सुसाइड नोट के लिखावट का मिलान अजीत के लिखावट से किया गया, जो कि सही पाया गया.
घटना का पूर्ण विवरण
यह घटना 6 नवंबर 2015 की है. ग्राम जुनवानी निवासी मालती बंजारे शाम करीब 6.30 बजे घर से कहीं जाने के लिए निकली थी. लेकिन देर रात हो जाने के बाद भी वह वापस नहीं आई. परिजनों गाँव के साथ कई जगहों पर खोजबीन की, लेकिन मालती नहीं मिली. 7 जनवरी की सुबह मालती की लाश आंगनबाड़ी के पास अर्धनग्न अवस्था मिली. घटना की सूचना भटगाँव पुलिस को दी गई. पुलिस ने धारा 302 की तहत हत्या का प्रकरण दर्ज कर अज्ञात आरोपी की तलाश करते हुए मामले की पड़ताल शुरू की. मालती को जानने-पहचाने वालों से लगातार पूछताछ की गई, कई तरह के साक्ष्य जुटाए गए, अनेक नंबरों के साथ फोन कॉल्स के डिटेल खंगाले गए, लेकिन आरोपी तक पुलिस को पहुँचने में 4 साल लग गए.
2019 में पुलिस अधीक्षक नीथूकमल नए सिरे से जाँच टीम गठित की. इस टीम में एएसपी निवेदिता पाल, एसडीओपी संजय तिवारी, भटगाँव थाना प्रभारी जे.एस. देशमुख, एसआई ओमप्रकाश त्रिपाठी शामिल किए गए. करीब 1 साल तक पुलिस टीम जाँच-पड़ताल करती रही. इस दौरान पता चला कि मृतिका का दामाद अजीत कुर्रे ने 50 नंबरों का उपयोग किया. पुलिस ने अजीत के बारे में पतासाजी शुरू की. अजीत की गतिविधियाँ संदिग्ध मिलती गई, पुलिस को शक होते गया. पुलिस ने अजीत को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की.
पूछताछ में अजीत ने बताया कि गाँव की ही एक महिला के साथ प्रेम संबंध था. इसकी जानकारी मालती को हो गई थी. मालती ने इसे लेकर उसे समझाईश भी दी थी. इसके चलते वह परेशान था. क्योंकि वह अपनी प्रेमिका से स्वतंत्र रूप से नहीं मिल पा रहा था. वहीं मालती का उसके जीजा के साथ अवैध संबंध भी था. इसे लेकर भी वह ब्लैकमेल करती थीं. यही नहीं 2014 में मालती ने उनके जीजा जी की सार्वजनिक रूप से बेइजज्ती भी की थी. इन सबका बदला लेने का वह ठान चुका था. उसने मालती को धमकी भी दिया था. 6 जनवरी 2015 को उसने मालती को पैसे देने के बहाने के लिए आंगनबाड़ी के पास बुलाया था. आंगनबाड़ी के पास उसका एक साथ पहले से ही घाात लगाकर बैठा था. मालती के पहुँचते ही दोनों मिलकर सिर पर वार कर दिया. मालती बेहोश होकर गिर पड़ी. फिर साथी के साथ मिल गला घोंटकर हत्या कर दी. वहीं पुलिस को गुमराह करने के बहाने मालती को अर्ध नग्न कर दिया. ताकि पुलिस इसे दुष्कर्म का मामला मान जाँच करती रहे. यही नहीं मालती की दुश्मनी जिन लोगों से उनका नाम लिख फर्जी सुसाइड नोट भी मृतिका के हाथों में थमा दिया था.