गार्गी: गेट तोड़ घुसे थे बाहरी छात्र, 10 गिरफ्तार
नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली के गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले में 10 बाहरी छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने यह जानकारी दी है। आपको बता दें कि 6 फरवरी को दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में ऐनुअल फेस्ट के दौरान बाहरी छात्रों ने घुसकर छात्राओं के साथ छेड़खानी की थी। इसके बाद छात्राओं ने 9 फरवरी (सोमवार) को अपना विरोध दर्ज कराते हुए प्रदर्शन किया था और हौजखास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
NCR के शहरों में संदिग्धों की तलाश
डीसीपी ठाकुर ने बताया, 'हौजखास पुलिस थाने में दर्ज कराए गए मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में 11 से ज्यादा टीमें काम कर रही हैं। जो भी टेक्निकल डीटेल्स उपलब्ध हैं, उन्हें देखा जा रहा है। पुलिस की टीम संदिग्धों की पहचान के लिए एनसीआर के अलग-अलग शहरों में जा रही हैं। जांच टीम ने गार्गी कॉलेज प्रशासन से भी बातचीत की है।'
पुलिस के अनुसार, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनकी उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है। ये एनसीआर की सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज के छात्र हैं। सीसीटीवी से पता चलता है कि ये सभी कॉलेज में जबरदस्ती घुसे और कॉलेज के गेट को तोड़ डाला।
गार्गी कॉलेज में छेड़छाड़ को लेकर गुस्से में लड़कियां
गार्गी कॉलेज में छेड़छाड़ को लेकर गुस्से में लड़कियांदिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में लड़कियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घिनौनी घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया है। दिल्ली एनसीआर में रहने वाली लड़कियां इस बात को लेकर परेशान हैं कि राजधानी के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में दिन दहाड़े ऐसी घटना कैसे हो गई।
बता दें कि छात्राओं ने हौजखास पुलिस थाने में आईपीसी के सेक्शन 452, 354, 509 और 34 के तहत केस दर्ज कराया था। पुलिस का कहना है कि कई सारे लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है और कई संदिग्धों की पहचान भी कर ली गई है। जांच टीमें लगातार कॉलेज प्रशासन के संपर्क में है और जांच जारी है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
इस बीच, छेड़छाड़ का यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने को कहा गया है। यह याचिका वकील एमएल शर्मा ने दायर की है। एडवोकेट शर्मा ने एनबीटी को बताया कि इस मामले में दाखिल याचिका में भारत सरकार और सीबीआई को प्रतिवादी बनाया गया है। मामले में सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के सामने शुक्रवार को मामला उठाया जा सकता है। याचिकाकर्ता ने कहा कि जिस तरह से बाहरी लोग कॉलेज में घुसकर इतने बड़े पैमाने पर लड़कियों के साथ बदसलूकी की है उसकी सीबीआई की जांच जरूरी है।