आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं सहायिकाओं का धरना-प्रदर्शन
रायपुर
आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं-सहायिकाओं ने मानदेय बढ़ाने समेत अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आज यहां धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगों को जल्द विचार न करने वे सभी आगे की रणनीति बनाने के लिए बाध्य होंगी।
आॅल इंडिया फेडरेशन आॅफ आंगन वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ के बैनर पर प्रदेश की सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका सुबह यहां बूढ़ापारा धरना स्थल पर एकजुट हुईं। इसके बाद वे सभी राज्य व केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती हुई धरने पर बैठ गई। उनका कहना है कि वे सभी पिछले करीब 10-15 साल से काम कर रही हैं, लेकिन उनका मानदेय बहुत कम है। बढ़ती महंगाई के हिसाब से उन्हें नाम मात्र का मानदेय दिया जा रहा है, जिससे उनमें असंतोष है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ के प्रांत अध्यक्ष देवेन्द्र पटेल, सुनीता सिंह, सरिता पाठक व अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि श्रम कानून के अनुसार उन सभी का न्यूनतम पारिश्रमिक 18 हजार रूपए किया जाए। वहीं उन्हें अक्टूबर 2018 से एरियर्स 9 महीने का एरियर्स भुगतान किया जाए। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा 2018-19 में अक्टूबर 2018 से 15 सौ रूपए कार्यकर्ता और साढ़े 7 सौ रूपए सहायिका व साढ़े 12 सौ रूपए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की गई थी, लेकिन देशभर की करीब 26 लाख कार्यकतार्ओं-सहायिकाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाया। ग्रेच्युटी, पेंशन, समूह बीमा लागू करने की मांग भी शामिल है।