महिलाओं के प्रयास से उभर रहा एक नया गरियाबंद – अजय चन्द्राकर
पंच-सरपंच एवं महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन :
बिहान से जुड़कर आर्थिक क्षेत्र में कायाकल्प कर रहीं हैं महिलाएं
बिहान के अंतर्गत विभिन्न मदो में महिला समूहों को 1.35 करोड़ का चेक वितरित
ऑनलाईन बैंक ट्राजेक्शन के लिए आठ महिला समूहों को मिला लैपटॉप
गरियाबंद पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर आज यहां गांधी मैदान में आयोजित पंच-सरपंच एवं महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री चन्द्राकर ने कहा कि गरियाबंद जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत बिहान कार्यक्रम में सात हजार से अधिक महिला समूहों के माध्यम से 70 हजार महिलाएं जुड़ चुकी हैं। बिहान से जुड़कर महिलाएं आर्थिक क्षेत्र में कायाकल्प कर रहीं है, गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहीं है, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में भी कार्य कर रही हैं। उनके प्रयासों से एक नया गरियाबंद उभर रहा है। यहां की महिला समूहों द्वारा बनाये गये सीएफएल बल्ब को देश के कई हिस्सों से लोग देखने आते हैं, यह सराहनीय है , मैनें भी इसे देखा है।
श्री चन्द्राकर ने कहा कि बिहान समूह की 70 हजार महिलाएं यदि आपस में लेन-देन तय कर लेती है,तो उनके खाते में काफी पैसा होगा। इस राशि का सही वित्तीय समावेशन और मार्केटिंग करने पर समाज बदल जायेगा। प्रदेश सरकार के कई विभागों में महिलाओं को सशक्त बनाने की योजनाएं हैं, जिनका लाभ महिलाओं को मिला है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी से समाज बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। मैनपुर क्षेत्र से पचंायतों में 58 प्रतिशत महिलाएं चुनकर आ रहीं हैं। वे शिक्षा की ओर भी बढ़ रहीं हैं। अब उन्हें समाज सुधार की ओर बढ़ना चाहिए। महिलाओं का सशक्तिकरण अभियान रूके नहीं, यही राज्य सरकार की मंशा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री चन्द्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ वर्तमान में ओडिएफ घोषित हो चुका है। अब लोग शौचालय का उपयोग कर रहे हैं, इससे खुले में शौच से होने वाली कई प्रकार की बीमारियों से बचाव हो रहा है। अब हम स्वच्छता में स्थिरता और कचरा प्रबंधन की दिशा में कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी प्रदेश में काफी अच्छा काम हुआ है। इस योजना के तहत जिले को 32 हजार आवास की स्वीकृति मिली है, उनमें से 15 हजार से ज्यादा मकान बन चुके हैं। श्री चन्द्राकर ने गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में बिहान कार्यक्रम की सफलता के लिए महिला समूहों को बधाई दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. श्वेता शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की शुरूआत की और इस क्षेत्र में आज 60 से 65 प्रतिशत महिलाएं चुनकर आ रही है। हजारों की संख्या में महिलाएं स्व-सहायता समूहों से जुड़ गई है और इससे उनका आत्म विश्वास बढ़ा है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री पारस ठाकुर ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस अवसर पर शुभ सवेरा श्यामनगर क्लस्टर की अध्यक्ष एवं सचिव को 271 समूहों के लिए चक्रिय निधि के तहत 40 लाख 65 हजार रूपए, मॉ जननी जामगांव क्लस्टर के अध्यक्ष सचिव को सामुदायिक निवेश के तहत 70 समूहों के लिए 42 लाख रूपये एवं उन्नति क्लस्टर कोचवाय के अध्यक्ष सचिव को बैंक लिंकेज अन्तर्गत 43 समूह के लिए 53 लाख रूपये की राशि का चेक वितरण किया गया। साथ ही समूहों के आपसी लेन देन और ट्रांजेक्शन के लिए 5 क्लस्टर के 8 कार्यकर्ताओं को लेपटाप वितरण किया गया । इस अवसर पर बिहान की महिला समूहों द्वारा विभिन्न स्टॉल लगाए गए थे। इनमें टूल बैंक, कपड़ा साड़ी, जैविक दवाई, बैंक सखी, फैन्सी स्टोर,एवं बांस शिल्प प्रमुख थे। स्टॉल का मंत्री श्री अजय चन्द्राकार द्वारा निरीक्षण किया गया।
बिहान समूह- एक नजर में
जिला गरियाबंद में कुल 7 हजार 11 स्व-सहायता समूहों का निर्माण किया गया । इनमें कुल 77 हजार 218 परिवार जुड़े है। कुल 415 ग्राम संगठन तथा 20 संकुल संगठन के माध्यम से आजीविका मिशन के उद्देश्यों को पूरा किया जा रहा है। ब्लॉक लेबल फेडरेशन अंतर्गत छुरा एवं फिंगेश्वर जनपद का निर्माण किया गया है। अभी तक 3 हजार 717 समूहों को चक्रिय निधि के रूप में 5 करोड़ 57 लाख 55 हजार रूपये प्रदाय किया गया है। इसी तरह सामुदायिक निवेश कोष के रूप में 1833 समूहों को 10 करोड़ 90 लाख 5 हजार रूपये प्रदान किया गया है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लोकेश्वरी नेताम व नीरज ठाकुर, जनपद पंचायत मैनपुर के अध्यक्ष पुस्तम कपिल, जनपद पंचायत गरियाबंद की अध्यक्ष श्रीमती चुम्मन बाई सोम, जनपद उपाध्यक्ष प्रवीण यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.के. खुटे, संयुक्त कलेक्टर श्री अमृत लाल ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंच-सरपंच एवं बड़ी संख्या में बिहान की महिलाएं उपस्थित थी।