November 23, 2024

भाजपा बताये कि क्या उसने दो चुनाव नक्सलियों के समर्थन से जीते ???

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर सोशल मीडिया में जारी पोस्टर भाजपा की क्षुद्र मानसिकता : कांग्रेस
रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को माओवादी नेता गणपति के नाम से आये फोन के सम्बंध में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्टर जारी किए जाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति व्यक्त किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह पोस्टर भारतीय जनता पार्टी की क्षुद्र मानसिकता का परिचायक है। नक्सली नेता के फोन आने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उस फोन की बातों को न सिर्फ साहसिक तरीके से सार्वजनिक किया, तुरन्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग को शिकायत कर एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय भी दिया। लिखित में भी शिकायत दर्ज करायी जा चुकी है। कथित नक्सली नेता के द्वारा उनके 37 सीटों में प्रभाव होने और कांग्रेस को समर्थन देने की बात करने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उसके रंचमात्र भी प्रभाव में नही आये। नक्सली नेता ने उनसे यह भी तो कहा था कि वह दो बार भाजपा का समर्थन कर चुका है। भारतीय जनता पार्टी इसका जवाब दे कि 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मिली बढ़त क्या इसी समर्थन का नतीजा थी? क्या राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने नक्सलियों से दो-दो बार हाथ मिलाया था? यदि कांग्रेस अध्यक्ष को फोन करने वाला व्यक्ति सही में नक्सली नेता गणपति ही है जैसा कि फोन करने वाले ने दावा किया था और भाजपा साबित करने की कोशिश भी कर रही है तो माओवादियों का समर्थन लेने की अपराधी भाजपा है। ऐसा है तो जीरम की अपराधी भी भाजपा है। यदि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को फोन करने वाला व्यक्ति सही में नक्सली नेता गणपति ही है जैसा कि फोन करने वाले ने दावा किया था, तो उसकी बात नही मानने और सार्वजनिक करने से उनकी सुरक्षा के लिए खतरा और बढ़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पर एक उंगली उठाने के पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर चार उंगलियां उठती है जो भाजपा की माओवादियों से मिलीभगत को उजागर करती हैं। जीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं की शहादत के पीछे भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा ठीक जीरम घाटी में ही सुरक्षा ना देना सबसे बड़ा कारण रहा है। जीरम के पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि कांग्रेस नेताओं की शहादत के पीछे भारतीय जनता पार्टी सरकार की माओवादियों से मिलीभगत ही जिम्मेदार है। कथित माओवादी नेता गणपति का फोन इसी का जीता जागता सबूत है। भारतीय जनता पार्टी इतने गम्भीर विषय पर जिस प्रकार सतही बयानबाजी कर रही और राजनैतिक द्वेष वश अनर्गल पोस्टर जारी कर रही उससे यह साफ हो रहा कि वह सत्ता के लिये किसी भी स्तर तक गिर सकती है।

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