भाजपा सरकार के निकम्मेपन की भरपाई तांत्रिकों से नहीं हो सकती- धनंजय सिंह
तंत्र-मंत्र के सहारे भाजपा की सरकार, जनता है नाराज नहीं लगेगी नैया पार
रायपुर/हाथियों के आतंक को रोकने श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने कोरिया बैकुंठपुर के वन मंडल कार्यालय में हवन पूजन किया इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहां की 15 साल होने जा रहे हैं रमन सिंह की सरकार की अव्यवस्थाओं से जनता का ध्यान हटाने भोले भाले ग्रामीणों को बहलाने जिम्मेदार मंत्री हवन पूजन का सहारा लेकर जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी के द्वारा कराए गए इंटरनल सर्वे में सरकार के हिस्सेदार 60 प्रतिशत से अधिक विधायकों का परफारमेंस को खराब माना गया जबकि हकीकत यह है कि मात्र विधायक नही पूरी रमन सरकार की परफॉर्मेंस खराब है।ये जनता मान चुकी है कि इस भाजपा सरकार के रहते स्वास्थ्य सुरक्षा शिक्षा रोजगार खेती किसानी जल-जंगल-जमीन को बचाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य का गृहमंत्री रामसेवक पैकरा शुगर का इलाज कराने कंबल बाबा के पास जाते हैं चौथी बार सरकार बनाने विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा के नेता विधानसभा परिसर को तांत्रिक विद्या से बंधन करा सरकार बनाने का दावा करते हैं अंबिकापुर के सरकारी अस्पताल में बैगा मरीज का इलाज करता है पूरा का पूरा विभाग प्रशासनिक अराजकता से ग्रस्त है सरकार की योजनाएं लकवाग्रस्त सरकार में बैठे लोगों के कमीशनखोरी भ्रष्टाचार के कारण आम जनता का जनजीवन बेहाल हो चुका है। उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में देवी देवताओं का अपना अलग स्थान है पूजा पाठ विधि विधान से किया जाता है निश्चित तौर पर देवी शक्ति की कृपा से बहुत सारे सुधार हमारे जीवन में आते हैं लेकिन जिस प्रकार से श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े कुर्सी में बैठकर हाथियों को भगाने इष्ट देव का हवन पूजन कर रहे हैं देवी देवताओं का हवन पूजन का अनादर करने के समान है पूजा पाठ करने पद्मासन वज्रासन सुखासन लगाना होता है लेकिन भैयालाल रजवाड़े कुर्सी लगाकर हवन पूजन कर रहे हैं इससे स्पष्ट हो जाता है कि वह कुर्सी का मोह छोड़ नहीं पाए हैं और दिखावा करने के लिए पूजा पाठ का सहारा ले रहे कर रहे हैं वन्य प्राणियों के रहने के स्थान जंगलों में जिस प्रकार से बेतहाशा कटाई की जा रही है वन संपदा को नुकसान किया जा रहा है प्राणियों के जीवन रहन सहन पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है जीवन बचाने पानी की तलाश में चारा की तलाश में वन्य प्राणी गांवो की ओर जा रहे हैं और ग्रामीणों को जानमाल का नुकसान उठाना पड़ रहा है पूरा वन मंडल वन्य प्राणियों को जंगलों में सुरक्षित रखने में विफल है वन्य प्राणियों के नाम से अनेक योजनाएं बनी लेकिन भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार कमीशनखोरी के कारण के योजनाएं लकवाग्रस्त हो गई वन्य प्राणियों के लिए जंगलों के भीतर पानी की व्यवस्था बनने वाले छोटे-छोटे जल संग्रहण केंद्रों के नाम से भारी भ्रष्टाचार किया गया है कागजों पर जल संग्रहण केंद्र वन्य प्राणियों को रोकने बाड़ उनके लिए चारा की व्यवस्था दिखाकर कर मोटी कमाई की गई है जिसके कारण वन्य प्राणियों को जंगल छोड़कर गांव की ओर रुख करना पड़ रहा है जिसका नुकसान ग्रामीणों को हो रहा है