समाज में सकारात्मक बदलाव लाने बेटा और बेटी दोनों की शिक्षा जरुरी – प्रभा दुबे
छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने धरसीवां के मोहदी में लगाई बाल चौपाल
रायपुर -छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने आज बच्चों को और ग्रामीणों को बच्चों के अधिकारों और उनके संरक्षण के बारे में जागरूक करने धरसीवां के मोहदी गाँव में ‘बाल चौपाल’ लगाई. श्रीमती प्रभा दुबे ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है इसलिए बेटा और बेटी दोनों की शिक्षा जरूरी है. उन्होंने ‘बाल चौपाल’ में बड़ी संख्या में शामिल महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि हर परिवार में महिलाएं माँ ,बहन ,बेटी और पत्नी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं इसलिए आप सब अपनी बेटियों को ज़रूर पढ़ायें ताकि वो आगे चलकर अपने परिवार को शिक्षित और जागरूक कर सकें. आयोग द्वारा ‘बाल चौपाल’ बच्चों के अधिकारों ,क़ानूनी प्रावधानों ,आयोग की भूमिका के बारे में जानकारी दी गयी. इस मौके पर आयोग की सदस्य सुश्री टी आर श्यामा और श्रीमती इंदिरा जैन सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे.