November 23, 2024

उठाई गिरी करने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे,की जुर्म कबूले,पिछले पांच महीनों में बनाया कई लोंगो को अपना शिकार

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रामानुजगंज/पृथ्वीलाल केशरी/बलरामपुर-रामानुजगंज जिले केे पुलिस ने एक शातिर उठाईगिर को पकड़ा है, वह पिछले पांच महीने में कई लोगों को अपना शिकार बना चुका था और खास बात तो यह है कि वह उठाईगिरी करने के बाद रुपए को अपने बैंक खाते मेें जमा कर देता था। उसने पुलिस को अपना बैंक डिटेल भी दिया है। आरोपी पहले भी उठाईगिरी करने के मामले में ही जेल की हवा खा चुका है।जेल से बाहर आते ही वारदातों को अंजाम देना सुरु कर दिया था जो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बलरामपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा.पंकज कुमार शुक्ला ने बताया कि रामानुजगंज में पिछले पांच महीने से बैंको के बाहर लोगों की बाईक की डिक्की से उठाईगिरी की घटना हो रही थी। इस पर पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक टी आर कोशिमा के निर्देश पर पुलिस ने जेल से बाहर निकले आरोपियों से पूछताछ शुरू की तो ओबरी निवासी गंगेश्वर सिंह उर्फ गंगा नामक बदमाश ने स्वीकार किया कि वह रामानुजगंज में फरवरी महीने से बैंकों के बाहर से डिक्की को डुप्लीकेट चाभी से खोलकर उठाईगिरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसने पूछताछ में खुलासा किया कि छब्बीस फरवरी को वह बस से रामानुजगंज गया और वहां कोपरेटिव बैंक के बाहर खडी बाईक की डिक्की से 26500 रुपए पार कर दिया। इस रुपए से बीस हजार अपने स्टेट बैंक के खाते में जमा किया। इसी तरह 25 फरवरी को भी पचास हजार रुपए डिक्की से पार किया और उससे 40 हजार रुपए को बैंक के अपने खाते में जमा किया तो दस हजार रुपए को खाने पीने में खर्च कर दिया। इसी तरह राम यादव ने दो जून को सेन्ट्रल बैक से अपनी बेटी की शादी करने के लिए केसीसी लोन लिया और लोन की डेढ लाख रुपए लेकर वह को आपरेटिव बैंक अपने भाई रेवारती यादव के साथ गया वहां दोनों ने क्रमष: 48 और 44 हजार रुपए निकाले। पूरा रुपए बाइक की डिक्की में रखे और भंवरमाल सहकारी समिति पहुंचे। वहां समिति के अंदर गए लेकिन कुछ कागजात लेने के लिए जब डिक्की खोले तो पूरा रुपए पार हो चुका था। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह दोनों भाइयों का अपनी बाइक से पीछा किया और जब दोनों समिति भवन के अंदर गए तब वह उनकी डिक्की से रुपए निकालकर फरार हो गया। वह इस रुपए को अपने घर पर पेटी में छुपाकर रखा था। इसी दिन धौली निवासी पुरूषोतम नामक एक व्यक्ति ने बैंक से पचास हजार रुपए निकाले और वह भी उठाईगिरी का शिकार हो गया था। आरोपी ने इस वारदात को भी अंजाम देना स्वीकार किया। पुरूषोतम बैंक से पैसा निकालने के बाद अपने गांव के सचिव जो रामानुजगंज में ही रहता है के घर गया तब मौका पाकर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक 2014 में भी आरोपी को साठ हजार रुपए की उठाईगिरी करने के मामले में जेल भेजा गया था। वहां से निकलने के बाद फिर से वारदातों को अंजाम दे रहा था। इस कार्रवाई में एसडीओपी नितेष कुमार गौतम,थाना प्रभारी बलरामपुर निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह,थाना प्रभारी रामानुजगंज सिरील एक्का,अमित सिंह बघेल,धानु राम चंदवंशी,कोमल भूषण पटेल व साइबर सेल से राजेन्द्र पांडेय सहित अन्य पुलिस कर्मियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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