अफवाह फैलाने वाले इतने निर्लज्ज हैं की पोस्टर,पंपलेट,बैनर तक का लेते हैं सहारा जनता सिखाएगी सबक – नेताम
रामानुजगंज/पृथ्वीलालकेशरी/बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के अमवार डैम के ऊंचाई बढ़ाए जाने के अफवाहों व कथित डूब प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे की जा रही खबरों के बीच राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम,जिले के प्रभारी मंत्री भैयालाल राजवाड़े,कलेक्टर हीरालाल नायक,एसडीएम के विजय दयाराम क़े, एडिशनल एसपी पंकज शुक्ला सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व छग जल संसाधन विभाग के अधिकारी ग्राम अमवार पहुंचे,जहां सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने स्थिति को स्पष्ट कीया।अधिकारियों ने बताया कि बांध की अधिकतम ऊंचाई 39.90 मीटर हैं बांध का टाप लेबल 267.552 मीटर हैं नदी का न्यूनतम बेड लेबल 258.652 मीटर, बांध की उपरी चौड़ाई 9.16 मीटर है जो सभी 1976 में प्रस्तावित था। यह निर्धारण झारखंड व छत्तीसगढ़ सरकार के सहमति के आधार पर किया गया है। वहीं ग्राम त्रिशुली में छत्तीसगढ़ राज्य के विस्थापित परिवारों के पूनर्वास व पुनः बसाहट कार्यक्रम के अंतर्गत 363.19 लाख दे विभिन्न निर्माण कार्य व उच्च स्तरीय पुल 328.6 लाख रुपये का भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। ग्राम त्रिशुली में करोड़ों रुपये लागत से विभिन्न निर्माण कार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामविचार नेताम ने कहा कि मुझे इस क्षेत्र की चिंता है। चुनाव पूर्व क्षेत्रवासियों को गुमराह,भयाक्रांत करने के लिए डूब का कोरा अफवाह फैलाया जाता रहा है, जिसका सच्चाई से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है। अफवाह फैलाने वाले इतने निर्लज्ज हैं कि अफवाह फैलाने के लिए पोस्टर, पंपलेट, बैनर तक का सहारा लेते हैं। डूब का झूठा भ्रम व अफवाह फैलाने वाले लोग जनता के बीच बेनकाब हो गए, जिनका आने वाले समय में जनता सबक सिखाएगी। श्री नेताम ने कहा कि अमवार डैम से प्रभावित 32 परिवार के लोगों के पुनर्वास व पुनर्स्थापन को बेहतर से बेहतर व्यवस्था कर सुविधा प्रदान की जाएगी। श्री नेताम ने लोगों से अपील की है कि किसी प्रकार के भ्रम व अफवाह में न पड़े। कलेक्टर हीरालाल नायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्राम त्रिशुली,झारा, कुसफर,सेमरवा,कामेश्वरनगर,धौली आंशिक रूप से डूब रहे हैं। 20 गांव डूबने की बात मात्र अफवाह है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि पुनर्वास व पुनर्स्थापन के कार्य में तेजी आए व प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा जल्द से जल्द मिल सके। प्रभारी मंत्री ने भी अमवार बांध से 20 से ज्यादा गांव डूबने का खंडन किया और ग्रामीणों से किसी भी भ्रम में न पड़ने की सलाह दी। वहीं राज्यसभा सांसद ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र में जो हवाई सर्वे हुआ वह यूपी सरकार एयर कनेक्टीविटी विस्तार के लिए किया गया था। इसका अमवार डैम के डूब क्षेत्र के सर्वे से कोई लेना देना नहीं है। श्री नेताम ने उत्तरप्रदेश के अधिकारियों से चर्चा के बाद यह भी स्पष्ट किया कि प्रस्तावित ऊंचाई में एक इंच की बढ़ोत्तरी नहीं की है। तीन राज्यों के सहमति के आधार पर ऊंचाई निर्धारित हुई है। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम प्रभारी मंत्री भैयालाल राजवाड़े के साथ सनावल क्षेत्र के सैकड़ों लोग अमवार पहुंच परियोजना के संबंध में उत्तरप्रदेश के सिंचाई विभाग के अधिकारियों से परियोजना के संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तृत जानकारी ले भ्रम दूर किया। अमवार डैम से छग की 292.60 हेक्टेयर भूमि, झारखंड की 647.50 हेक्टेयर भूमि व उत्तरप्रदेश की 3147.85 हेक्टेयर भूमि डूब में आएगी।