फिल्म पद्मावती को पद्मावत बनाकर रिलीज किए जाने के विरोध में राजपूत समाज ने गृहमंत्री को सौंपा ज्ञापन छत्तीसगढ़ में की बैन की मांग

क्षत्राणियो ने फ़िल्म पद्मावत का पोस्टर फाड़कर छत्तीसगढ़ में रिलीज बैन करने कि मांग कि
रायपुर / /विवादास्पद फिल्म पद्मावती को पद्मावत बनाकर की जा रही रिलीज को छत्तीसगढ़ में बैन करने की मांग को लेकर राजपूत क्षत्रिय समाज ने गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को ज्ञापन सौंपा एवं पद्मावत के पोस्टर को फाड़ कर विरोध जताया। इस दौरान संजय लीला भंसाली के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई इस दौरान राजपूत क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष होरी सिंह डोड़ ने कहां की फिल्म पद्मावती के निर्माण के समय से ही राजपूत समाज के द्वारा इस फिल्म के निर्माण पर ही बैन लगाने की मांग की जा रही थी। अब राजपूत समाज के आपत्ति पर मुहर लग गया जब इस फिल्म का नाम बदलकर एवं फ़िल्म के कुछ अंशों को काटकर सेंसर बोर्ड ने फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दिया है। इसे स्पष्ट हो जाता है कि फिल्म के जरिए राजपूत क्षत्रिय समाज के मान सम्मान को चोट पहुंचाने का काम किया जा रहा था इसके पहले भी राजपूतों के शहादत बलिदान जनसेवा त्याग-तपस्या को भुलाकर मात्र धन कमाने की लालसा में कपोल कल्पित कहानी गढ़ कर राजपूतों के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर फ़िल्म निर्माताओ के द्वारा फ़िल्म का निर्माण किया जा चुका है और ऐसे पिक्चर के माध्यम से जनमानस में राजपूतों के प्रति घृणा उत्पन्न हुआ है। उन्होंने फिल्म पद्मावती के नाम बदलकर पद्मावत कर की जा रह रिलीज को रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों ने अपने अधिकार का उपयोग कर समाज की भावनाओं को समझते हुए इस फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है अब छत्तीसगढ़ सरकार भी छत्तीसगढ़ में रहने वाले राजपूतों के भावनाओं को समझें और छत्तीसगढ़ में इसके प्रदर्शन पर रोक लगाये।प्रतिनिधिमंडल में जया सिंह जूदेव विक्रमादित्य सिंह जूदेव, राकेश सिंह बैस, नीतू सिंह, अवधेश गौतम ,अमित सिंह, अजीत सिंह, रमेश सिंह ठाकुर, अशोक सिंह ठाकुर ,बजरंग बेस, इंद्र कुमार, नरेश चंदेल, लव सिंह ठाकुर, बलवंत सिंह ठाकुर ,रंजीत सिंह ठाकुर ,धनंजय सिंह ठाकुर ,पंकज सिंह ठाकुर, अंकित ठाकुर, रोहित सिंह गहरवार ,धीरज सिंह, एवं बड़ी संख्या में राजपूत समाज के पदाधिकारी गण मौजूद थे।