नाराज खडसे को बड़ी जिम्मेदारी देगी बीजेपी
मुंबई
महाराष्ट्र में बीजेपी अपने दरकिनार कर दिए गए वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे को मनाने की तैयारी में है। पार्टी जल्द ही खडसे को नई जिम्मेदारी दे सकती है। पूर्व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने गुरुवार को कहा कि पार्टी भविष्य में खडसे को दिल्ली या विधानमंडल में भेज सकती है। भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद राजस्व मंत्री पद से खडसे का इस्तीफा ले लिया गया था, उसके बाद विधानसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने टिकट भी नहीं दिया।
इससे खडसे खुद को पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। राज्य में बीजेपी की सत्ता जाने के बाद खडसे ने आक्रामक तरीके से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गिरीश महाजन पर सवाल उठाए। अब पार्टी ने खडसे को मनाने की जिम्मेदारी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील और सुधीर मुनगंटीवार को दी है। खडसे की नाराजगी पर मुनगंटीवार ने कहा कि हम सब उनकी नाराजी दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। भविष्य में खडसे राज्य विधानमंडल या दिल्ली में दिखाई दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम खडसे से चर्चा करने को तैयार हैं।
मुनगंटीवार ने कहा कि मैंने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पाटील से कहा है कि पार्टी के जो भी नेता नाराज हैं, उनसे संवाद कर हम उनकी नाराजगी दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खडसे के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता चर्चा करेंगे। वह बीजेपी में 40 सालों से हैं और पार्टी के विस्तार में उनकी अहम भूमिका है। मैंने और देवेंद्र फडणवीस दोनों ने खडसे के नेतृत्व में काम किया है। ऐसे में यदि खडसे नाराज हैं तो उनसे बात कर नाराजगी दूर की जाएगी। मुनगंटीवार ने कहा कि खडसे एक आक्रामक नेता हैं, इसका पार्टी को फायदा मिलेगा। क्या खडसे बीजेपी छोड़ रहे हैं, इस प्रश्न के जवाब में मुनगंटीवार ने कहा कि वह पक्के भाजपाई हैं। खडसे पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जा सकते।
फडणवीस, महाजन का हाथ: खडसे
इससे पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में खडसे ने आरोप लगाया था कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं देने के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गिरीश महाजन का हाथ है। खडसे ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग उनका राजनीतिक करियर खत्म करना चाहते हैं। खडसे ने कहा कि बीजेपी की प्रदेश कोर कमिटी के सदस्यों ने मुझे बताया कि फडणवीस और महाजन ने मुक्ताईनगर विधानसभा सीट से मुझे टिकट दिए जाने का विरोध किया था।
महाजन का इनकार, फडणवीस की चुप्पी
खडसे के इन आरोपों का जवाब देते हुए पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि एकनाथ खडसे को किसी ने गलत जानकारी दी है। सुनी-सुनाई बातों के आधार पर इस तरह के आरोप लगाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कोर कमिटी की किसी बैठक में खडसे का टिकट काटने या उनका विरोध करने का सवाल ही नहीं है। इस पर कभी कोई चर्चा नहीं हुई। खडसे के अलावा अन्य नेताओं के भी टिकट कटे, यह पूरी तरह केंद्र का फैसला था। महाजन ने यह भी कहा कि मैं इस बारे में खुद एकनाथ खडसे से बात करूंगा।