गाड़ी की EMI भरने के लिए 9 लाख का चुराया प्याज
बेंगलुरु
प्यार की कीमतों को लेकर देशभर में हाहाकार मचा हुआ है। महाराष्ट्र के सोलापुर बाजार में प्याज की कीमतें 200 रुपये के पार निकल गई हैं। इस बीच प्याज चोरी के भी चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु से सामने आया है, जहां ईएमआई चुकाने के लिए ट्रक ड्राइवर और कर्मचारियों ने करीब 9 लाख रुपये के प्याज चुरा लिए। इतना ही नहीं, उन्होंने ट्रक को खाई में कूदाकर हादसे की झूठी कहानी तक रची। हालांकि, बाद में वे पकड़े गए और उन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया।
तवारेकेरे पुलिस की महिला सब-इंस्पेक्टर को शुक्रवार को उस समय कुछ गड़बड़ लगी, जब उन्हें सड़क किनारे खाई में एक ट्रक मिला। उन्हें चालक दल द्वारा बताया गया कि उनके प्याज का आधा से अधिक हिस्सा चोरी हो गया है। हालांकि महिला पुलिस अधिकारी रात में गश्त पर थीं और उन्हें याद आया कि जब वह आधे घंटे पहले यहां से गुजरी थीं, तो यहां कोई ट्रक नहीं था।
प्याज के 81 बोरे उतारे थे
इसके बाद महिला सब इंस्पेक्टर ने अन्य पुलिसकर्मियों के सहयोग से ड्राइवर और उनके सहकर्मियों से कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया। ड्राइवरों ने बताया कि उन्होंने हिरियूर में प्याज के 81 बोरे उतारे और उन्हें शहर के एक बाजार में ले जाने के लिए दूसरे वाहन में रखवा दिया।
मुख्य संदिग्ध अभी भी फरार
ड्राइवर संतोष कुमार और चेतन ने यह माना कि उन्होंने जानबूझकर ट्रक को खाई में कूदाया है। प्याज कारोबारी शेख अली और उसके दो बेटों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि ट्रक का मालिक चेतन जो मुख्य संदिग्ध है, अभी फरार है। पुलिस को आशंका है कि ट्रक का बकाया लोन चुकाने के लिए उसने हादसे के रूप में यह नाटक रचा है।
यह था ट्रक मालिक का प्लान
एक जांच अधिकारी ने कहा, उसने यह प्लान बनाया ताकि वह अपने ड्राइवरों और अली को मदद कर सके। उसने यह भी सोचा था कि बाद में ट्रक की मरम्मत के लिए इंश्योरेंस क्लेम कर देगा। हालांकि एक किसान आनंद कुमार की शिकायत पर इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने उस ट्रक ड्राइवर को फोन किया, जिस पर अवैध तरीके से प्याज के बोरों को लादा गया था। इसके बाद प्याज को किसान आनंद कुमार को लौटा दिया गया।