कार्यवाही से पहले खनिज माफिया को मिल जाती है सूचना, खनिज विभाग में ही छिपे बैठे है भेदिया
रायपुर :बीते दिनों जोगी एक्सप्रेस की टीम ने जब इस मामले को लेकर पड़ताल की तो इसमें कई कमिया और खामियां नज़र आई, मुरुम ढुलाई में लगे ट्रिपर, हाइवा, पोकलेन मशीन, जेसीबी किस की अनुमति से खनन कर रहे है। वही मुरुम उत्खनन के साथ ही रॉयल्टी पर्ची का किसी भी गाड़ी में न होना सारी दास्तां बया करता है। छत्तीसगढ़ में खनिज विभाग का कार्यालय और यहाँ कार्यरत कर्मचारी सब भगवान भरोशे ही चल रहे है। जिसका कोई दाई ददा नही है। आए दिन शिकायतों की जहाँ भरमार होती है। वही इस तरह गैरजिम्मेदाराना तरीके से अपने ही कार्यछेत्र को न जनान भी कम आश्चर्यजनक नही है। जब इन कर्मचारियों को अपना ही कार्य छेत्र नही पता तो ये क्या ख़ाक अवैध उत्खनन को रोक पाएंगे, जब इस एरिया में तैनात खनिज विभाग के कर्मचारियों को राजस्व की चोरी की रोकथाम के लिए खनिज माफियाओ से पूंछ कर कार्यवाही करनी पड़े तो ये कहने में कोई अतिश्योक्ति नही होगी कि चोरी ऊपर से सीना जोरि। ये कहावत सिर्फ खनिज विभाग में ही लागू होती है ।, पर्याप्त जानकारी के अभाव में नए पदस्थ कर्मचारियों को खनिज माफिया सीधा उल्लू बनाने पर तुले हुए है।
खनिज विभाग के पहुचने से पहले खनन माफियाओ को कैसे हो जाती है जानकारी ?…..
कहावत सही कही जाती है कि चोर से कहो चोरी करे और साहूकार कार से कहो जागते रहो , जब चोरी की रोकथाम करने के लिए खनिज विभाग ने चौकिया और स्टाफ बनाई है और यहाँ तैनात कर्मचारियों को शासन हर माह तनख्वाह भी अच्छी खासी दे रही। पर सरकार को क्या पता जिन्हें वो चोरी रोकने के लिए रख रही। वही चोरी में हमराज बन जाएंगे, और जिसका खाएंगे उसकी ही वाट लगाएंगे।,
क्या है मामला……
जब खनिज विभाग के छेत्र अंतर्गत दुबे क्रेशर में अवैध खनन का मामला प्रकाशित किया तो आनन फानन में पूरे लौ लश्कर के साथ खनिज विभाग का अमला मौका मुआयना करने पहुँचा, जहाँ से सारी मशीने और ट्रिपर हाइवा को टीम के आने से पहले ही चलता कर दिया गया, ये कोई नई बात नही की टीम की कार्यवाही की भनक खनिज माफिया तक कैसे पहुँची, किस ने की मुखबिरी यह बात गंभीर है कि रहबर ही रहजन निकले, और आपने खनिज माफिया आका को पूरी कार्यवाही की अपडेट हर पल देते रहे।
जल्दी बाजी में गाय पर चढ़ा दी हाइवा
अवैध उत्खनन माफियाओ को जैसे ही खबर मिली कि खनिज अमला पूरे लौ लश्कर के साथ छापा मार कार्यवाही के लिए आ रहा है, तो खनिज माफिया के इशारे पर उक्त स्थल से गाड़िया हटाई जाने लगी, जल्दीबाजी के चक्कर मे वहाँ घास चर रही गाय के बछड़े के ऊपर हाइवा चढ़ाते हुए भाग निकले ,मौके पर गाय का बछड़ा घायल अवस्था मे तडपता रहा । जिस की अब सुध लेने वाला कोई नही, इस मे बेचारी गाय का क्या दोष, इंसानियत और मानवीय संवेदना से ऊपर खनिज माफिया के सामने अब कौन गाय के ईलाज का ज़िक्र करे
जिम्मेदारों के पास नहीं है कोई जवाब
छत्तीसगढ़ में अवैध उत्खनन हो या ओवरलोड इस पर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति अपनी बात को सही ठहराने हेतु आप को गलत साबित करने पर तुल जाते हैं। वही जब हमारे कार्यालय द्वारा खबर की पुष्टि के लिए फोन लगाया जाता है और वर्जन के लिए अधिकारी कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की जाती है तो, इस तरह फोन उठाने से कतराते नज़र आते है।वही फोन का न उठाना कई प्रकार के संदेहों को भी जन्म देता है। जिससे फिर कहानी में बनता है ट्विस्ट,वही खनिज माफियाओं का खौफ भी इन अधिकारियों कर्मचारियों पर हावी होता साफ नजर आता है, समाज का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार को हमेशा ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन अपनी जान पर खेलकर करना पड़ता है! और जब वह समाज में छिपि बुराइयों को उजागर करता है! समाज आने वाली पीढ़ियों के लिए इससे सबक और मिसाल पेश करती है, समाज के बीच अच्छाई और बुलाई सिक्के के दो पहलू होते हैं, इन्हीं पहलुओं पर चल कर स्वस्थ समाज की संरचना तैयार होती है, और भावी पीढ़ी इससे सबक हासिल करती हैं, अच्छाई पर बुराई की जीत यदि कहीं संभव है तो यही है यही है यही है।
इनका कहना है।…….
१,जब इस बावत जिला खनिज अधिकारी धर्मेंद्र सिंह मारवा से बात करने के लिए कई दफा हमारे द्वारा कोशिश की गई जिस पर अधिकारी की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया हासिल न हो सकी ।
2,यह एरिया हमारे छेत्र का नही है। हम कार्यवाही के लिए आए तो थे परंतू यह मामला बलौदाबाजार का है।
हीरा दास भारद्वाज
असिस्टेंट माइनिंग ऑफिसर
3,गाय हिंदू धर्म में पूजनिय है और गाडी क्रमांक cg 04 m 1095 ने ठोकर मारी है उसके विरुद्ध हम थाने में एफ आई आर दर्ज करवाएंगे व गऊ माता का पूरा इलाज करवा वाने के लिए बजरंग दल पूरा प्रयास करेगा ,इस तरह की घटनाए निदनीय है ,हम इसका विरोध करते है :
रवि वाधवानी
बजरंग दल जिला सह संयोजक
4,जब इस घटना की जानकारी मुझे प्राप्त हुई तो मै घटना स्थल ,(बाह्नाकाडी )पंहुचा, घटना स्थल गया तो ,वहां से गाय के बछड़े को खनन माफियाओ द्वारा गायब कर दिया गया ,जो की गंभीर बात और बड़ी अनहोनी की आशंका को जन्म देता है !
अंकित दिवेदी
गौ रक्षा प्रमुख रायपुर छत्तीसगढ़