मुख्यमंत्री ने किया सतत विकास लक्ष्य छत्तीसगढ़ के विजन दस्तावेज 2030 का विमोचन
रायपुर, मुख्यमंत्री एवं अध्यक्ष राज्य योजना आयोग भूपेश बघेल द्वारा आज नवीन विश्राम भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सतत् विकास लक्ष्य संबंधी छत्तीसगढ़ के विजन दस्तावेज 2030 का विमोचन किया गया।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रदेश की जनता की सहभागिता के तैयार जनघोषणा पत्र के प्रकाश में एस.डी.जी. विजन 2030 दस्तावेज को तैयार किया गया है। यह दस्तावेज गांधी जी के सपनों को साकार करने वाला होगा। छत्तीसगढ़ का विकास आम आदमी के हितों के अनुरूप होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत गांवों में रहता है, प्रदेश का विकास ग्राम विकास से ही संभव है। यही कारण है कि नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास की संकल्पना को दस्तावेज में प्रमुखता से स्थान दिया गया है।विमोचन के अवसर पर योजना मंत्री तथा उपाध्यक्ष राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ टी.एस. सिंहदेव की अनुपस्थिति में उनका संदेश संयुक्त राष्ट्र (यू.एन.) के प्रतिनिधि सूरज कुमार नईदिल्ली के द्वारा पढ़कर सुनाया गया। उन्होंने कहा कि दस्तावेज में सतत् विकास लक्ष्यों से संबंधित प्रदेश का विजन, लक्ष्यों को प्राप्त करने की व्यूहरचना और समयबद्ध कार्ययोजना दी गई है। उन्होंने कहा कि नागरिक 2030 तक इंतजार नहीं करेंगे, हमें इन लक्ष्यों को जल्दी प्राप्त करना होगा। सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी विभागों को मिलकर और मिशन मोड में कार्य करने की आवश्यकता है।
अपर मुख्य सचिव सी.के. खेतान ने कहा कि सभी विभागों की कई दौर की बैठकों के बाद और संयुक्त राष्ट्र की प्रदेश में कार्यरत संस्थाओं के सहयोग से यह दस्तावेज तैयार हुआ है।
विमोचन कार्यक्रम में उद्योग मंत्री कवासी लखमा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव सुनील कुजूर, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री गौरव द्विवेदी, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा और राजेश तिवारी, यूनीसेफ चीफ छत्तीसगढ़ प्रशांत दास एवं जे.एस.विरदी सदस्य सचिव राज्य योजना आयोग उपस्थित थे।