कांग्रेस में लोकतंत्र सिसक रहा है-भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने टिकट वितरण के बाद कांग्रेस में मचे कोहराम को अंतर्कलह की पराकाष्ठा बताया है। पार्टी के मुताबिक विचारधारा के बजाय व्यक्ति-केन्द्रित राजनीति का यही हश्र होता है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्रीचंद सुदरानी ने शुक्रवार को जारी अपने वक्तव्य में कहा है कि गुरुवार को प्रत्याशियों की सूची घोषित होने के बाद रायपुर और बिलासपुर के कांग्रेस कार्यालयों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिस तरह का अमर्यादित आचरण किया, वह उच्छंृखलता और अराजकता की शिकार होती जा रही कांग्रेस के दुर्दिनों का एक और नमूना है। उक्त घटना बताती है कि कांग्रेस में अब लोकतंत्र सिसक रहा है और कार्यकर्ता अपनी बात या जिद पूरी करने के लिए सारी हदें पार करने में भी नहीं हिचक रहे हैं। श्री सुंदरानी ने कहा कि जिस पार्टी में सहमति- असहमति के लोकतांत्रिक आचरण का लेशमात्र भी नहीं बचा हो, वह पार्टी किस मुंह से लोकतांत्रिक मूल्यों और निष्ठाओं की बात करती है? छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उच्छृंखल बदहवासी और अलोकतांत्रिक कृत्यों पर नजर रख रही है और कांग्रेस को उसके इस आचरण के लिए माकूल जवाब देगी।
भाजपा विधायक ने कहा कि टिकट को लेकर असहमति और असंतोष को भाजपा ने जिस लोकतांत्रिक शालीनता से थामा है, उससे लोकतंत्र के महापर्व की शुचिता व गरिमा और पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं व सम्मान की रक्षा हुई है। भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश है जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष है। जोश से भरे भाजपाजन जीत का अटल विश्वास लिए चुनाव मैदान में हैं जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का रोष उनकी तयशुदा पराजय से उपजी हताशा का परिचायक है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिस पार्टी में एक पार्षद अपने प्रदेश प्रभारी तक को सरेआम धमकाता हो, टिकट की जद्दोजहद में जिस कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष भी अपने प्रदेश प्रभारी से उलझ पड़ता हो, वहां अंतर्कलह और बदहवासी के आलम का अनुमान लगाना कठिन नहीं है। श्री सुंदरानी ने कहा कि तमाम आपराधिक साजिशों के आरोपों से जूझ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस नेता अगला विधानसभा चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन जैसा आलम इन दिनों कांग्रेस में दिख रहा है, यकीनन कांग्रेस के समूचे ढांचे के खोखलेपन को वे भांप रहे हैं।