माइन्स में आग लगने के कारण आर-6 माइन्स तीन दिनों से बंद
आग के कारण गैस का लेबल खतरे के उपर, चार क्षेत्रो की रेस्क्यू टीम जुटी आग बुझाने में
आग के कारण भरी गैस अभी खतरे के प्वाइंट से है नीचे
चिरमिरी। एनसीपीएच समूह एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र की आर 6 खदान के पैनल नंबर 42 में शनिवार को लगी आग पर काबू पाने के पश्चात भी रात्रि के समय पुनः आग भड़क गई। जिसके कारण खदान के अंदर धुंआ की मात्रा अधिक हो गई ।इस स्थिति की जानकारी खदान प्रबंधन को होने के पश्चात रात्रि पाली के सभी कोयला कामगारों को उक्त पैनल में कार्य करने से रोका गया। तथा उक्त पैनल को सील करने की कार्रवाई रात में ही की गई।
रविवार की सुबह पाली से ही रेस्कयू जीएम मनेंद्रगढ़ आरपी सिंह, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरमिरी के.सामल, उप महाप्रबंधक परियोजना शंकर नागाचारी, उपक्षेत्रीय प्रबंधक एसपी त्रिपाठी, खान प्रबंधको सहित खदान के नक्शे के साथ काफी मंत्रणा के पश्चात सील किया । 42 नंबर पैनल को पुनः खोलकर किन कारणों से आग और स्थिति और निर्मित हुई, उसे नार्मल स्थिति में लाने हेतू बारी बारी से 6 रेस्कयू टीम के द्वारा कार्य करने हेतू खदान के अंदर मनेंद्रगढ़ की रेस्कयू टीम सर्वप्रथम अंदर गई। वही बैकुंठपुर, चरचा, और चिरमिरी की टीमों को भी घटना स्थल पर तैनात किया गया हैै।
मुख्य महाप्रबंधक श्री सामल के द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को कोयला कामगारों के द्वारा बेल्ट सिस्टम को अपग्रेड कर आगे बढ़ाया जा रहा था। वेल्डिंग वर्क के दौरान नट बोल्ट काटा गया था। उन्हीं नट बोल्ट के कारण डस्ट में आग पकड़ लिया जिसे पता चलने पर आग पर काबू पाया गया था। परंतु दो चार घंटे के पश्चात पुनः खदान के अंदर धुंआ की स्थिति होने पर मशीन से गैस की रिडिंग लेते हुए सुरक्षित ढंग से आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। जो कि खतरे की घंटी से अभी तीन प्वाइंट नीचे है।इस स्थिति को सामान्य लाने के लिए रेस्कयू टीम के द्वारा कार्य किया जा रहा है।