राज्य सेवा परीक्षा पाठ्यक्रम में संशोधन की मांग, रैली 28 को
रायपुर । आदिवासी छात्र संगठन के नेतृत्व में 28 सितंबर को सुबह 11 बजे भाटिया नर्सिंग होम केनाल रोड रायपुर से लेकर छग लोक सेवा आयोग रायपुर तक राज्य सेवा मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम के विरोध में रैली निकाली जाएगी। रैली में पीएससी की तैयारी कर रहे 5-10 हजार प्रतियोगी भाग लेंगे। ये बातें बुधवार को पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष आदिवासी छात्र संगठन योगेश कुमार ठाकुर और अमित ब्रम्हा ने कही। उन्होंने कहा कि 6 सूत्रीय मांगों के संबंध में लगभग एक वर्ष पूर्व शासन को ज्ञापन दिया था और शासन ने कमेटी भी बनाई है जिसमें कमेटी का निर्णय हो चुका है लेकिन उसे सार्वजनिक नहीं किया गया है। उनकी प्रमुख मांगों में विज्ञान और गणित की तुलना में कला क्षेत्र के प्रतियोगियों को कम अवसर मिलता है। वे अधिकारी नहीं बन पाते। इसलिए ऐसा पाठ्यक्रम बनाया जाए जिससे सभी को अवसर मिले। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम को संघ लोक सेवा के अनुरूप बनाया जाए, छत्तीसगढ़ी भाषा नया प्रश्न पत्र जोड़ा जाए, संशोधन का विज्ञापन करने के बाद 2018 का विज्ञापन जारी किया जाए, राज्य में 13 विश्व विद्यालय हैं जिसमें कला, वाणिज्य संकाय संचालित है, जिसमें केवल एक इंजीनियरिंग (तकनीकी) विश्व विद्यालय है लेकिन वर्ष 2012- 17 तक राज्य सेवा परीक्षा में सर्वाधिक चयन तकनीकी पृष्ठभूमि में प्रतियोगियों का हुआ है। इससे यह स्पष्ट है कि 12 विश्व विद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। इनके साथ न्याय हो यह हम लोक सेवा आयोग से मांग करते हैं। संघ लोक सेवा आयोग और अन्य हिन्दी भाषी राज्यों के लोक सेवा आयोग के राज्य सेवा मुख्य परीक्षा में अलग से गणित का प्रश्न पत्र नहीं है।