कैसे विद्यालय को शिक्षक के0 प्रफुल्ल रेड्डी ने राज्य और जिला स्तर पर दी पहचान
बैकुंठपुर, भारत स्काउट गाइड जिला संघ कोरिया के तत्वाधान में आयोजित जिला अलंकरण समारोह सह आम सभा मे शा0उ0मा0वि0 उधनापुर विद्यालय को कई विद्यालयों के साथ स्काउटिंग के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने हेतु स्काउटर के0प्रफुल्ल रेड्डी शिक्षक और विद्यालय के छात्र अनुभव कुमार गुप्ता को सम्मान स्मृति चिन्ह माननीय कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा के हाथों से प्राप्त हुआ।
विद्यालय में स्काउटिंग प्रारम्भ कराने और 2 बच्चों को राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त कराने में ,विभिन्न सेवा कार्य करने और स्काउटिंग के क्षेत्र में खड़गवां क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु जहाँ शिक्षक रेड्डी को सम्मानित किया गया।वही छात्र अनुभव को राज्यपाल पुरस्कार परीक्षा उत्तीर्ण करने और उधनापुर में सार्वजनिक पियाऊ कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता,और विद्यालय स्तर पर स्काउटिंग के उत्तरोत्तर विकास में सहयोग हेतु सम्मानित किया गया।
शिक्षक और छात्र दोनो ने ही इस सफलता के लिए राज्य संगठन आयुक्त संभाग शैलेन्द्र मिश्रा के मार्गदर्शन को और जिला परिषद अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी , आयुक्त पंकज गुप्ता के विशेष सहयोग को अहम बताया।
हाई स्कूल विद्यालय की स्थापना 2001 में हुई थी।जिसमें संचालन कार्य मिडिल स्कूल के हेड मास्टर और शिक्षक कर रहे थे।2001 से 2008 तक प्रभार से ही विद्यालय संचालित रहा।2009 में विद्यालय में किसी की प्रथम नियुक्ति हुई वो शिक्षक के0 प्रफुल्ल रेड्डी ही हैं।तब से लेकर उन्होंने प्रभारी प्राचार्य के साथ अकेले 400 बच्चों को संभाला।धीरे धीरे विद्यालय को आगे और सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य किया।काफी विपरीत परिस्थियों में भी उन्होंने अपना कार्य और लगन को टूटने नहीं दिया।कभी मारने की धमकी ,तो कभी अज्ञात शिकायत उनके खिलाफ कर रेड्डी के मनोबल को तोड़ने का प्रयास किया गया।वो लगे रहे ,अब उनकी मेहनत को पहचान जिला और राज्य स्तर पर मिली। स्काउट के क्षेत्र के साथ खेल के क्षेत्र में 5 बच्चों ने राज्य स्तर पर स्कूल का प्रतिनिधित्व किया।विद्यालय के 1 बच्चा भारतीय सेना में नियुक्ति होकर सेवा दे रहा है।
इनका कहना है …
जब हमारे विधालय के छात्र छात्रा पढ़ लिख कर निष्ठावान बन कर कही जॉब या अपने व्यवसाय की तरफ जाते है उस वक़्त सीना गर्व से दोगुना हो जाता है ,स्काउट में यही सब से निराली बात है की नियमो और कर्त्यवो को समझ सोच कर यदि आप कार्य करते है तो निश्चय ही अपना और अपने स्कूल का नाम सदेव गौरवान्वित करते है ,अपने यहाँ अद्ध्यांरत बच्चो को जीवन की कड़ी प्रतिस्पर्धा में बिना विचलित हुए कैसे सही मार्ग चुनना है यही बताने की मै कोशिश करता हु ,पर सही मार्ग पर चलना आज के दौर में काफी कठिन है आप को मैंने बताया की कुछ लोगो की प्रवित्ति होती है की न चाहते हुए भी आप को मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश करते है ,मेरे साथ भी होता आ रहा लेकिन मै उस ओर ध्यान न देकर पोजिटिव एक्टिविट की ओर अपने आप को लगाता हु ,जिससे नगर जिला प्रदेश का नाम हमेशा सम्मान से लिया जाता रहे ,बस यही मेरी पूंजी है
के0 प्रफुल्ल रेड्डी
शिक्षक