डी.के.एस. सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अवैध भर्ती का कुचक्र:शैलेश नितिन त्रिवेदी
पर्चियां लाने वालों को ही दिया जा रहा है प्रवेश : पर्चियां कहां से दी जा रही है?
बड़े लोगों का लेनदेन का बड़ा खेल जारी – बेरोजगारों के छले जाने का कांग्रेस का विरोध
रायपुर/ डी.के.एस. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में अवैध भर्ती का कुचक्र जारी होने का आरोप लगाते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पर्चियां लाने वालों को ही प्रवेश दिये जाने की गंभीर शिकायतें मिली है। पर्चियां कहां से दी जा रही है और पर्ची देने का मेकेनिज्म क्या है, बेरोजगारों को नहीं पता है। निर्माणाधीन डी.के.एस. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ व डॉक्टरों की गुपचुप रूप से भर्ती जारी है। पिछले चार दिनों से केवल पर्ची धारियों को परिसर में प्रवेश और आईडी कार्ड के जरिये नियुक्ति का चोरी छिपे खेल हो रहा है। 2014 में सात सौ अधिक पदो ंके लिये जारी विज्ञापन के जवाब में सात हजार से अधिक आवेदन आये थे। 2017 दिसंबर में इन्हीं पदों के लिये 10 हजार पैरामेडिकल बेरोजगारों के आवेदन प्राप्त हुये थे। जनवरी-फरवरी 2018 में इंटरव्यु के लिये आने पर बेरोजगारों पर लाठी चार्ज तक किया गया था। पिछले तीन दिनों से वॉक इन इंटरव्यू जारी थे। वॉक इन इंटरव्यू बिना किसी विज्ञापन और बिना किसी सार्वजनिक करने से हो रहे है। डीकेएस में पैरामेडिकल कोर्स की ट्रेनिंग भर्ती बिना सलेक्सन और पैरामेडिकल कौसिंल की सहमति और कोर्स की मान्यता के जारी है। इन कोर्स के भर्ती नियम भी अभी तक छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नहीं, बनाये गये है। इन नियुक्तियों और ट्रेनिंग में बड़े लोगों के लेनदेन के बड़े खेल के समाचार लगातार सामने आ रहे है।