रायपुर-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध साहित्यकार और पर्यावरणविद श्री अमृतलाल वेगड़ के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। डॉ. सिंह ने आज यहां जारी शोक संदेश में कहा है कि पवित्र नर्मदा नदी के किनारे मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में जन्मे और जबलपुर की ही धरती पर आखिरी सांस लेकर अलविदा हुए श्री अमृत लाल वेगड़ ने आजीवन पर्यावरण और नदियों के संरक्षण के लिए समाज में जागरूकता लाने का सराहनीय कार्य किया। उन्होंने पवित्र नर्मदा और उसकी सहायक नदियों की चार हजार किलोमीटर से भी ज्यादा की पैदल यात्रा कर ’सौंदर्य की नदी नर्मदा’ और ’अमृतस्य नर्मदा’ जैसी कालजयी पुस्तकों की भी रचना की। डॉ. सिंह ने स्वर्गीय श्री अमृत लाल वेगड़ के शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। ज्ञातव्य है कि तीन अक्टूबर 1928 को जबलपुर में जन्मे श्री अमृत लाल वेगड़ का कल अपने गृह नगर जबलपुर में निधन हो गया।