जेटली ने किया कालाधन धारको का बचाव – जोगी
रायपुर/ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी ने कहा है कि स्विस बैक में भारतीय खाताधारको के कालाधन में 50 प्रतिशत राशि बढ़कर 7000 करोड़ तक पहुचना यह सिद्ध करता है कि मोदी सरकार में कालाधन में अप्रत्याशित इजाफा हुआ है जो देश के लिए शर्मसार करने वाला घटनाक्रम है। आश्चर्य तो इस बात का है कि 43 बार स्वीजरलैण्ड सहित विदेश भ्रमण पर जाने के बावजूद इस कालेधन की बढ़ोतरी की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या देश की भाजपा सरकार को भनक तक नही लगी जो बैंक के खाताधारको के गोपनीय नेटवर्क की क्षमता को दर्शाता है। उस पर वित्त मंत्री अरूण जेटली का कालाधन धारको को बचाने यह कहना कि स्विस बैंक के भारतीय खाताधारकों की जमा सम्पूर्ण राशि कालाधन नही है, इस सत्यता का द्योतक है कि जेटली जी को यह मालूम है कि कितना कालाधन काला है और कितना नही जो अपने आप में कई प्रश्न चिन्ह उत्पन्न करता है। जेटली के कथनानुसार यदि उसमें से जो राशि एक नम्बर की है तो उक्त राशि को अपने देश के बैकों में जमा करने में क्या दिक्कत थी जो स्वीटजरलैण्ड जाना पड़ा।
श्री जोगी ने कहा है कि देश के बडे़-बडे़ उद्योगपति, व्यापारी एवं नम्बर दो की इनकम वाले धनाडय राजनेताओं ने स्विस बैक में बहुत बड़ी मात्रा में कालाधन जमा करवा दिया है। अब स्विस बैंक बाबत् आम चर्चा है कि स्विस बैक को स्विस बैक आफ इंडिया कहा जाये तो अतिश्योक्ति नही होगी। जेटली जी को चाहिए कि स्विस बैंक में जमा जितनी रकम कालाधन की परिधी में नही है उक्त राशि की घोषणा एवं आईटी रिटर्न भरने स्विस बैंक के भारतीय खाताधारको को सरकार के माध्यम से भारतीय बैंको में जमा करने आदेशित किया जायें। केन्द्र सरकार स्विस बैंक से सम्पर्क कर इस विषय में वस्तुस्थिति को स्पष्ठ करने स्वतः आगे आये।
श्री जोगी ने कहा है कि स्विस बैंक में कोई भी भारतीय अगर रकम जमा करता है उसे कालाधन ही कहा जायेगा क्योकि वह अघोषित होता है तथा खाताधारकों की यह प्रकिया देशद्रोह की श्रेणी में आता है तथा उक्त अपराधी तत्व के विरूद्ध जीरों नम्बर पर अपराध दर्ज किये जाना उपयुक्त होगा तथा जब भी उनके नाम उजागर होगें उन गद््दारों के विरूद्ध मुकदमा चलाकर कठोर दण्ड देने का प्रावधान किया जाए। केन्द्र की भाजपा सरकार कालाधन धारको के विरूद्ध कोई भी कार्यवाही करने में बिचकती है क्योकि यह आम चर्चा है कि स्विस बैंक के कालाधन खाताधारको में सत्ताधारी भाजपा के प्रति आस्था रखने वाले रसूखदारों, उद्योगपतियों एवं राजनेताओं का ही पैसा रखा हुआ है।