October 23, 2024

उमरिया पैथोसाईन डायग्नोस्टिक सेंटर पैथोलाजी में गलत इंजेक्शन लगाने से 16 वर्षीया बच्ची की मौत

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उमरिया – (तपस गुप्ता)  जिला मुख्यालय स्थित पैथोलाजी संचालक की अनुपस्थिती में वहां मौजूद कर्मचारी ने लगाया इंजेक्शन, 16 वर्षीया हरिजन बच्ची की मौत, आक्रोशित परिजनों ने किया कार्यवाही की मांग, पोस्ट मार्टम के बाद रिपोर्ट आने पर कार्यवाही करने को कही पुलिस |मामला उमरिया जिला मुख्यालय स्थित पैथोसाईन डायग्नोस्टिक सेंटर पैथोलाजी का है, शाम को लालपुर बस्ती की एक हरिजन बच्ची अपनी माँ के साथ इंजेक्शन लगवाने निजी चिकित्सक के यहाँ आई लेकिन चिकित्सक और उनके कम्पाउंडर के मौजूद न रहने पर उनके बगल का मेडिकल स्टोर्स संचालक पैथोलाजी लैब के कर्मचारी से इंजेक्शन लगवाने को कह कर भेज दिया और वहां मौजूद कर्मचारी इंजेक्शन लगा दिया जैसे ही इंजेक्शन लगा बच्ची की मौत हो गई |इस मामले में बच्ची रुची की माँ दुर्गा रैदास बताई कि मेरी बच्ची पैदल चल कर आई है मैं मेडिकल वाले से पूँछी तो बोला कि ये लड़का खून जांच करता है जाकर लगवा लो, जब सुई लगाने लगा तो मैं बोली कि बेटा ये कमर में लगता है और टेस्ट करके लगता है सब कोई नहीं लगा पाते हैं जो डाक्टर रामपुरी के यहाँ रहता है वही लड़का लगा पाता है, तब बोला कि माँ मै लगा देता हूँ और हरदम सुई लगता हूँ, वो हाथ में लगाया और 1 सेकेण्ड में मेरी बच्ची गिर गई, मैं रिपोर्ट करूंगी मेरी बच्ची अच्छी हो जाय |वहीँ बच्ची के पिता सोहन रैदास का कहना है कि अहमदाबाद की दवा चल रही थी और 21 दिन में इंजेक्शन लगना था उस व्यक्ति ने बोला कि हम सब जानते हैं सब लगा देंगे, और वो कमर के लगाने की जगह नश में लगा दिया डाक्टर रामपुरी के बगल में जो है, तुरंत ख़तम हो गई, हम चाहते हैं कि इन लोगों को बड़ी – बड़ी सजा मिले |इस मामले में भाजपा अनुसूचित जाति के नेता रामाधार चौधरी का कहना है कि मेरे रिश्ते में बड़े भाई सोहन की बच्ची पैदल आई, जिसका मतलब है कि स्वस्थ्य रही डाक्टर रामपुरी नहीं थे तो मेडिकल वाले को नहीं कहना चाहिए था कि मैं सब कुछ जानता हूँ, स्वयं जब पैथालाजी वाले डाक्टर बनते हैं तो क्या करेंगे मैं तो चाहता हूँ कि ऐसे पैथालाजी वालों के ऊपर जो लापरवाही करते हैं उनको सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए और चाहे जिला प्रशासन दे या हमारा संगठन दे सरकार किसी की हो उनको न्याय मिलना चाहिए |

इस मामले में उमरिया टी आई आर बी सोनी का कहना है कि डाक्टर की तहरीर पर हमने मर्ग कायम कर लिया है और पोस्ट मार्टम के बाद जो रिपोर्ट आयेगी उस आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी |

गौरतलब है कि उमरिया जिले में झोला छाप डाक्टरों की भरमार है और ऐसे ही नीम हकीम खतरा ए जान लोग लोगों की जान लेने की दूकान खोल कर बैठे हैं और जिला प्रशासन आँख बंद किये बैठा है, जाने कब तक लोग जान गवांते रहेंगे |

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