छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे दो दिनों के लिए अंबिकापुर प्रवास पर
सरगुजा के गाँव भिट्ठी कला में लगायी बाल चौपाल,ग्रामीणों को बताए बच्चों के अधिकार बाल सम्प्रेषण गृह के बच्चों द्वारा तैयार की गयी बाल सप्ताह पत्रिका का किया विमोचन
रायपुर –छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे दो दिनों के लिए अंबिकापुर प्रवास पर हैं. इस प्रवास के दूसरे दिन आज उन्होंने अंबिकापुर के ग्राम भिट्ठी कला में बाल चौपाल लगाकर ग्रामीणों को बाल अधिकारों,बच्चों से जुड़े कानूनों ,बाल आयोग की गतिविधियों के बारे में बताया. उन्होंने ग्रामीणों,विशेषकर महिलाओं से अपील की और कहा कि बच्चों को बचपन से ही घर पर अच्छे संस्कार और उनके अधिकारों की जानकारी देनी ज़रूरी है.इसके लिए आप सभी को कानूनों की जानकारी होनी आवश्यक है. अगर बच्चे मानसिक रूप से तैयार रहेंगे और उन्हें अच्छे बुरे की समझ होगी तो बाल-शोषण से जुड़ी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सकता है.इसलिए महिलाओं का जागरूक होना सबसे ज्यादा आवश्यक है . उल्लेखनीय है कि प्रवास के पहले दिन कल रविवार को प्रभा दुबे ने बाल सम्प्रेषण गृह और बालिका गृह का निरीक्षण और अवलोकन किया . प्रभा दुबे ने बच्चों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना और अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों के खान पान,स्वास्थ्य,शिक्षा पर विशेष ध्यान दें. इस दौरान उन्होंने बाल सम्प्रेषण गृह के बच्चों द्वारा तैयार की गयी उनकी साप्ताहिक गतिविधियों पर आधारित ‘बाल सप्ताह’ पत्रिका का विमोचन भी किया. उन्होंने बच्चों की इस रचनात्मकता पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं.अपने प्रवास के दौरान आज दूसरे दिन दुबे ने बाल अधिकारों और सुरक्षा से जुड़े विभागों के अधिकारियों की बैठक ली और जिले संचालित विभिन्न गतिविधियों ,योजनाओं और यहाँ पर कार्यरत स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्यों की समीक्षा की . दुबे ने आज दत्तक ग्रहण एजेंसी,बालक गृह ,बालकों के लिए संचालित खुला आश्रय गृह का निरीक्षण भी किया. उन्होंने कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्य पर असंतोष ज़ाहिर करते हुए कड़े निर्देश दिए हैं कि समय रहते अपनी व्यवस्था सुधार लें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बच्चों से जुड़े मामले में आयोग किसी भी प्रकार की अनियमितता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा. इस दौरान दुबे के साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी निशा मिश्रा, बाल संरक्षण अधिकारी ताजुद्दीन भी मौजूद थे