वन्य एवं वन्यजीव संरक्षण कानून पर अभियोजन कार्यशाला सम्पन्न

न्यायिक मार्गदर्शन, प्रशासनिक समन्वय और विधिक प्रशिक्षण का सशक्त मंच बना शहडोल
शहडोल।,लोक अभियोजन संचालनालय, भोपाल के आदेशानुसार एवं माननीय संचालक बी.एल. प्रजापति के मार्गदर्शन में शनिवार, 20 दिसंबर 2025 को होटल विजय (बस स्टैंड परिसर), शहडोल में वन्य एवं वन्यजीव संरक्षण कानून पर एक दिवसीय अभियोजन कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
कार्यशाला की अध्यक्षता अभियोजन उप निदेशक श्री श्यामलाल कोस्टा ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश काशीनाथ सिंह रहे, जिन्होंने माँ सरस्वती के पूजन-अर्चन के साथ कार्यशाला का शुभारंभ किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से लेकर वर्तमान विधिक विकास तक का विस्तृत और सारगर्भित विवेचन किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अपर कलेक्टर शहडोल सारोधन सिंह ने वन विभाग एवं राजस्व विभाग की भूमि से संबंधित विवादों, व्यावहारिक समस्याओं एवं उनके समाधान पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया।
कानून, विवेचना और न्यायिक दृष्टांतों पर गहन चर्चा
कार्यशाला में वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी उमरिया श्री रविंद्र सिंह ने माननीय उच्चतम एवं उच्च न्यायालयों के महत्वपूर्ण न्यायिक निर्णयों (साइटेशन) के आधार पर वन्यजीव कानून की व्याख्या प्रस्तुत की।
दक्षिण वन मंडल की डीएफओ श्रीमती श्रद्धा ने केस स्टडी के माध्यम से वन्यजीव अपराधों की विवेचना से जुड़े विधिक प्रावधानों पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिकारियों को व्यावहारिक जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त एसडीओ (वन विभाग) श्री एस.पी. त्रिपाठी ने भी विषय से संबंधित महत्वपूर्ण अनुभव साझा करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
संभागीय अभियोजन अधिकारियों की सक्रिय सहभागिता
कार्यशाला में उमरिया डीपीओ आर.के. चतुर्वेदी, अतिरिक्त डीपीओ श्रीमती दीपा ठाकुर, शहडोल सहायक निदेशक हरिओम कुसमाकर बैस, वरिष्ठ सहायक अभियोजन अधिकारी श्रीमती वृंदा चौहान, कविता कैथवास, सुषमा सिंह, शशि धुर्वे, कुबेंद्र शाह ठाकुर सहित संभाग के समस्त अभियोजन अधिकारियों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम में जिले के माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहित अन्य सभी न्यायिक मजिस्ट्रेटगण भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
संचालन व आभार
कार्यक्रम का सफल संचालन अपर जिला अभियोजन अधिकारी सत्यम पाण्डेय ने किया। समापन अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन सहायक निदेशक शहडोल हरिओम कुसमाकर एवं उपनिदेशक अभियोजन एस.एल. कोस्टा द्वारा प्रस्तुत किया गया।