कांग्रेसी पहुँचे भाजपा कार्यालय टिकट के लिए दावा ठोकने क्या यही रह गया है कांग्रेस का स्तर ?
*चुनावी मौसम आया बरसाती मेढ़क अपने-अपने बिलो से निकलकर टर टराने लगा
अविरल गौतम की कलम से
अनूपपुर,अनूपपुर जिले में चुनावी बिगुल बज चुका है अनूपपुर, अमरकंटक, वनगंवा, डूमर कछार, डोला और पसान नगरपालिका, नगर परिषद का चुनाव जुलाई में होने वाले है जिसके लिए नेताओ के जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू हो गयी है। इसके अलावा ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है लोग अपनी अपनी किस्मत को देखना चाहते है कौन कितने पानी मे है वो तो मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा। सारे दावेदार अपने आप को जीता हुआ प्रत्याशी से समझ रहे है। मगर जमीनी स्तर में कितनो प्रत्याशी की तैयारी है कुछ कह पाना मुश्किल है। जैसे जैसे मतदान का समय नजदीक आता जाएगा वैसे वैसे जून, जुलाई की गर्मी के मौसम में चुनाव लोगो के पसीने निकालने के लिए तैयार है। चुनावी समीकरण राजनीतिक गर्मी में कौन कौन प्रत्याशी अपने आप को चुनावी भंवर से निकाल पाने में सक्षम है। इसके लिए सभी लोगो को इंतजार करना पड़ेगा।
कांग्रेसी पहुँचे भाजपा कार्यालय दावा ठोकने
11 मई को को नगरपालिका चुनाव अनूपपुर के लिए जिला मुख्यालय अनूपपुर में भाजपा कार्यालय में वार्ड़ प्रत्याशी टिकट के लिए भाजपा ने दावा करने का समय दिया था जो कि भाजपा के अनूपपुर के विधायक एवं खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में होना था जहाँ पर भाजपा के सदस्यों और पदाधिकारियो ने अपना अपना दावा ठोका मगर मजे की बात यह रही की कुछ कांग्रेसी भाजपा कार्यालय पहुँचकर अपने परिवार के लिए टिकट पाने के लिए गिड़गिड़ाते दिखे इन कांग्रेसियों को देखकर यह लगता है कि कांग्रेस से इनका मोह भंग हो चुका है और कांग्रेस में इनका वजूद कुछ भी नही रह गया है। कांग्रेस ऐसे ही कांग्रेसियों की वजह से पतन की ओर अग्रसर है। कांग्रेसियों को लगता है कि वह भाजपा अच्छी पार्टी है तो खुलकर स्तीफा देकर शामिल हो जाये इस तरह नजरे चुरा चुराकर कब तक भाजपा की बैठक में शामिल होते रहेंगे इस तरह से कुछ कांग्रेसियों का क्रिया कलाप चुनावी परिणाम में कांग्रेस को बहुत पीछे धकेल सकता है।
बरसाती मेढ़क निकले बिल से
जैसे ही अनूपपुर नगरपालिका चुनाव कराने का कार्यक्रम तय हुआ उसी समय से हर वार्डो से भाजपा कांग्रेस अन्य दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशी की बाढ़ सी आ गयी है जहाँ देखो वही पर चुनाव मे ताल ठोकने का लोग दम भर रहे है जिन लोगो का राजनैतिक कैरियर है लगातार चुनाव लड़ते आ रहे है वार्डो में लोगो के लिए खड़े रहते है वो तो ठीक है मगर जो व्यक्ति कभी कही पर भी लोगो के लिए खड़े नही होते वो लोग भी बरसाती मेढ़क की भांति अचानक बिलो से निकल कर टर टराने लगे है लगता है अभी से पूरा वार्ड का विकास चुनाव के पहले ही कर देंगे। चुनाव जीतने के बाद कुछ करने के लिए छोड़ेंगे भी नही ऐसे लोग भाजपा से ज्यादा नज़र आ रहे है वही कांग्रेस से टिकट मांगने वालों की सँख्या कम है। जो लोग किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ने का मन बना रहे है नगरपालिका में जनप्रतिनिधियों के कार्यकाल समाप्त हुए लगभग 4 वर्ष हो चुके है इन 4 वर्षो में कितने लोग वार्ड़ में जाकर लोगो की समस्यायों को सुनकर हल करने की कोशिश किये। कितने लोगों ने पानी , नाली, बिजली, सड़क की समस्यायों को देखकर ठीक करवाया हो तब जनता से किसी का कोई भी सरोकार नही था अब सब जनता के हमदर्द बनकर सब विकास 1 दिन में कर देना चाहते है। लोगो को आम जनता का लाभ हानि न देखकर खुद के लाभ हानि को देखकर चुनावी मैदान में कूद रहे है।
भाजपा संभल कर बांटे टिकट
वैसे तो चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस भाजपा और कुछ वार्डो में निर्दलीय से कड़ा मुकाबला है जिले में भाजपा पार्टी का वर्चस्व आसमान में चढ़ कर बोल रहा है भाजपा में टिकट लेने वालों की कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा भीड़ नजर आ रही है कुछ वार्डो में तो भाजपा के लोगो के साथ चुनाव में दो दो साथ करना पड़ सकता है जबकि कांग्रेस में ऐसा नही है वार्डो में सबसे ज्यादा भाजपा के लोग ही निर्दलीय मैदान में कूदने के लिए आतुर है जिससे भाजपा को ज्यादा नुकसान होने की संभावना है कांग्रेस ले पास खोने के लिए कुछ नही है मगर भाजपा बहुत कुछ खो सकती है। भाजपा का टिकट बहुत ही जल्दी फाइनल होने वाला है अगर भाजपा जीत सकने वाले प्रत्याशी के साथ कोई भी राजनीति खेली और मुँह देखकर टिकट दी तो यह उल्टा भाजपा पर बहुत भारी पड़ सकता है ऐसे लोग भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे है जो कभी भाजपा का झंडा अपने हाथों में न पकड़े होंगे किसी भी बैठक, चुनाव प्रचार, आंदोलन एवं अन्य गतिविधियो में कभी नही दिखे होंगे ऐसे लोगों पर भाजपा मेहरबानी करके अपने लिए हार का गड्ढा न खोदे नही तो परिणाम पर मंथन भी नही कर पाएंगे।
भाजपा कर रही केवल खानापूर्ति
भाजपा पार्टी के कुछ लोग दबी जुबान से यह कह रहे है कि अनूपपुर नगरपालिका के 15 वार्डो का भाजपा का टिकट पहले ही फाइनल हो चुका है 11 मई को भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा के लोगो से टिकट के लिए आवेदन बुलवाना केवल दिखावा और खानापूर्ति रह गयी है। ऐसा करने से भाजपा पार्टी में बगावत को कम करने का सोची समझी सजिश है जिससे भाजपा के लोग यह न कह सके कि भाजपा पार्टी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को मौका नही दिया। मगर आजकल कार्यकर्ता भी पार्टी में रहकर पार्टी का फार्मूला समझने लगे है। अब आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि भाजपा का टिकट वितरण में कितना पारदर्शी साफ सुथरा फैसला होता है।