नगर परिषद फर्जी भर्ती।विधानसभा सत्र मे जोरशोर से उठाऊंगा।विधायक सुनील सराफ
मंत्री,विधायक,कमिश्नर सहित जिला कलेक्टर ने फर्जी भर्ती घोटाले पर साधी चुप्पी..?
अनूपपुर (अविरल गौतम )रामनगर डूमर कछार नगर परिषद में फर्जी भर्ती किया गया भाजपा एंव कांग्रेस नेता पदाधिकारियों के रिश्तेदारों की हुई फर्जी भर्ती, नगर परिषद में संविलियन भर्ती प्रक्रिया में ज्यादातर नेताओं के नात रिश्तेदारों के नाम ,स्थानीय लोगों को रखा गया भर्ती प्रक्रिया से वंचित..?
नगरीय प्रशासन एंव विकास विभाग शहडोल के संयुक्त संचालक ने उपसरपंच द्वारा आरटीआई के तहत दी जा रही भ्रामक व गलत जानकारी,वही युवा कांग्रेस द्वारा भर्ती घोटाले की सूची जो नगर परिषद द्वारा साफ साफ संविलियन भर्ती होने की गवाही दस्तावेज पुकार पुकार के बता रहे ,नगर परिषद ने संविलियन कर्मचारियों को मासिक वेतन भी लगभग 12 से 14 हजार रूपए उनके खाते में किया गया, जिससे नगरीय प्रशासन आयुक्त संचालक शहडोल की झूठ की पोल खोल कर रख देगा..!
कोतमा-अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत आज चरितार्थ अनूपपुर जिले का हो गया है,कोविड महामारी के वक्त नवगठित नगर परिषद डूमर कछार,डोला,बनगंवा में गुपचुप तरीके से सत्ता के सिंहासन में बैठे मंत्री,जिलाध्यक्ष,विधायक राजनेता के साथ साथ विपक्षी राजनीतिक दल के कुछ मठाधीश भ्रष्ट नेताओं ने शहडोल संभाग में विभाग के उच्च पदों पर बैठे नौकरशाहों के साथ मिलकर नवगठित नगर परिषद डोला, डूमर कछार, बनगंवा में अपने अपने रिश्तेदारों भाई-बहन, पुत्र -पुत्री,बहू -बेटी ,भांजी -भांजो व पत्नियों की फर्जी भर्ती संविलियन व दैनिक वेतन भोगी के रूप में करा दी, इस फर्जी भर्ती घोटाले में कहीं ना कहीं राजनेताओं के साथ-साथ तत्कालीन जिला कलेक्टर भी इस फर्जी भर्ती घोटाले को धृतराष्ट्र बने रहे,पूर्व ग्राम पंचायत व वर्तमान नवगठित नगर परिषद डोला, डूमर कछार,बनगवां में फर्जी भर्ती घोटाले में जिले के जिम्मेदार अधिकारी,जिला पंचायत सीईओ की भूमिका संदिग्ध व कटघरे में नजर आ रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीनों नगर परिषद में हुई भर्ती में कुछ सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुछ मठाधीश राजनेताओं ने भ्रष्ट नौकरशाह अफसरों के साथ सांठगांठ कर अपने अपने चहेते रिश्तेदारों की भर्ती नगर परिषद में संविलियन करा ली है,संविलियन के नाम पर लोगों से 4 से 5 लाख रुपये प्रत्येक व्यक्ति पर्दे के पीछे रहकर खादीधारी और नौकरशाह अफसरों ने लेकर भर्ती घोटाले में चुप्पी साध ली है।
प्रभारी सीएमओ एवम सचिवों ने फर्जी भर्ती घोटाले की राखी नीव –
तीनो नगर परिषद में भर्ती घोटाले को अंजाम देने के लिए सत्ता पक्ष के खादीधारी नेताओ ने अपने चहेते नौकरशाहों को नगर परिषद का अतिरिक्त प्रभार दिला कर व्यापम घोटाले की तर्ज पर नगर परिषद में फर्जी भर्ती घोटाले का खेल खेला गया। पूर्व ग्राम पंचायत डोला,डूमर कछार,बनगवां को नवगठित नगर परिषद बनते ही नगर पालिका कोतमा के सीएमओ विकास चंद्र मिश्रा को प्रभारी सीएमओ,बनगवां का अतिरिक्त प्रभार,बिजुरी की तत्कालीन सीएमओ सुश्री कमला कोल को डूमर कछार का अतिरिक्त प्रभार एवम पसान के सीएमओ राम सेवक हलवाई को डोला का अतिरिक्त प्रभार जिला प्रशासन द्वारा सौंप दिया गया।राजनेताओं के चहेते नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ का पदभार लेते ही तत्कालीन सचिव व वर्तमान लेखपाल राज किशोर शर्मा(डोला),राजेश मिश्रा(बनगवां) एवम रजनीश शुक्ला (डूमर कछार) ने कूट रचित फर्जी दस्तावेज जॉब कार्ड के सहारे ग्राम पंचायत के मास्टर रोल में फर्जी मजदूर बनाकर अपात्र व्यक्तियों को कागजों में पात्र बनाकर संविलियां व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की भर्ती तीनों नगर परिषद में लगभग 300 से अधिक लोगो की भर्ती संविलियन व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की भर्ती अंधाधुंध करवा दी गई।सभी नियम मापदंडों को दर किनार करते हुए स्थानीय लोगों को भर्ती में प्राथमिकता ना देकर बाहरी लोगों को नगर परिषद में भर्ती कर दी गई।
आंदोलन से भी नही जागा प्रशासन –
नवगठित नगर परिषद डोला, डूमर कछार एवम बनगवां में हुए फर्जी भर्ती घोटाले का मामला प्रकाश में आया तभी से स्थानीय लोगों ने फर्जी भर्ती का विरोध करना शुरू कर दिया गया।किंतु नगर परिषद में हुए फर्जी भर्ती घोटाले में मंत्री जी,जिला अध्यक्ष,विधायक,सत्ता व विपक्ष के नेता सबने भर्ती घोटाले के मामले में चुप्पी साध ली कारण उनके चहेते व्यक्तियों की नगर परिषद में संविलीयन भर्ती या फिर ये कहे की चढ़ोतरी के आगे स्थानीय नेताओं ने अपना मुंह बंद कर भ्रष्ट अफसरों के साथ सांठ गांठ से फर्जी भर्ती घोटाले को सही बताने में लगे हुए हैं।किंतु युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गुड्डू चौहान ने तीनों नगर परिषद में हुए फर्जी भर्ती घोटाले को लेकर स्थानीय लोगों की आवाज बुलंद की और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन धरना प्रदर्शन किया गया और आज भी आगे की लड़ाई युवा कांग्रेस द्वारा लड़ी जा रही है।जिला प्रशासन से पूरे मामले की गंभीरता पूर्वक जांच कराने की मांग की गई है और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम भी ज्ञापन सौंपा गया है।वही एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के सभी ट्रेड यूनियन के नेताओ द्वारा सामूहिक रूप से नगर परिषद में हुए फर्जी भर्ती को लेकर धरना प्रदर्शन व लड़ाई अपने स्तर पर लड़ी जा रही है लेकिन धन्य है भाजपा सरकार का शासन जहा भर्ती घोटाले के नए नए इतिहास लिखे जा रहे हैं।
कहना है –
तीनों नगर परिषद में हुई भर्ती की सम्पूर्ण जानकारी संबंधित अधिकारी के समक्ष जा कर ले, यहां पर भर्ती संबंधित कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं है जिससे मैं हुई भर्ती पर कुछ बोल सकू।
मकबूल खान
आयुक्त,शहडोल
कहना है –
तीनों नगर परिषद में हुई फर्जी भर्ती के मामले को विधानसभा सत्र में मेरे द्वारा जोर शोर से उठाया जाएगा और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की जायेगी,दोषी जनो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग भी करूंगा।
सुनील सराफ
विधायक,कोतमा
कहना है –
तीनों नगर परिषद में हुई भर्ती की मुझे कोई भी जानकारी नहीं है,डोला,डूमर कछार,बनगवां में जब भर्ती प्रक्रिया की गई तो यहां के प्रभारी सीएमओ कोई और थे मेरे पास भर्ती संबंधित कोई भी दस्तावेज अभी तक नहीं दिए गए हैं भर्ती के पूरे आरोप मुझ पर ही झूठे मढे जा रहे हैं।
राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा
प्रभारी,सीएमओ