कलेक्टर ने की महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा
मो.शब्बीर ब्यूरो चीफ शहडोल
खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं सीडीपीओ संयुक्त रूप से क्षेत्रो का करें भ्रमण-कलेक्टर
शहडोल ,कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डाॅ0 सतेन्द्र सिंह की उपस्थिति मंे कलेक्टर कार्यालय के सभागार मंे महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री पार्थ जायसवाल, अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 राजेष पाण्डेय, सिविल सर्जन डाॅ0 व्ही0एस0 वारिया, आरएमओ डाॅ0 जी0एस0 परिहार, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री मनोज लरोकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी क्रमाक-1 डाॅ0 के0एल0 अहिरबार, डीपीएम श्री मनोज द्विवेदी फूड सेप्टी आॅफिसर श्री बृजेष विष्वकर्मा, नगर पालिका अधिकारी शहडोल श्री अमित तिवारी एवं सभी विकासखण्डो के खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं सीडीपीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिले में विगत 3 माह (अप्रैल 2020 से जून 2020) षिषु मृत्यु, मातृ मृत्यु की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्भवती माताओ एवं षिषुओं को महिला बाल विकास विभाग प्रदाय की जाने वाली पोषण संदर्भ सेवाओं का लाभ अधिक से अधिक दिया जायें। जिससे षिषु मृत्यु एवं मातृ मृत्यु को जिले मंे नियंत्रित किया जा सके। इसके लिए संस्थागत प्रसव बढ़ाया जाये साथ ही बच्चे को जन्म लेते ही शीघ्र स्तनपान कराया जायें एवं बीसीजी का टीका लगवाया जायें। कलेक्टर ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक महिला एवं बाल विकास को निर्देषित किया कि विकासखण्ड ब्यौहारी मंे जाकर आॅगनबाडी केन्द्रो मंे संधारित 11 रजिस्टर पंजियों का निरीक्षण करें। कलेक्टर ने मातृ मृत्यु रोकने के लिए सी0डी0एम0डी0आर0 एवं एफ0बी0एम0डी0आर0 हर गर्भवती माताओं के मृत्यु पर करने के निर्देष देते हुए कहा कि इससे उन कारणो को जाना जा सकता है, जिससे गर्भवती माता की मृत्यु हुई है। भविष्य में उन कारणो को रोका जा सके। कलेक्टर ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक महिला एवं बाल विकास को निर्देषित किया कि क्षेत्रों मंे भ्रमण करें तथा उनके अधिनस्थ सीडीपीओ खण्ड चिकित्सा अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से बैठक लें और आप स्वयं बैठक मंे उपस्थित होना सुनिष्चित करें।
बैठक मंे कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाडी केन्द्र मंे वजन नापने की मषीन अनिवार्य रूप से होना चाहिए। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास द्वारा प्रदाय की जाने वाली टीएचआर एवं रेडी टू ईट सेवाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि हर पात्र हितग्राही को इसका लाभ दिया जायें, जिससे गर्भवती माताओं एवं बच्चो मंे कुपोषण दूर किया जा सके। कलेक्टर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को निर्देषित किया कि जिन स्थानो में आंगनबाडी केन्द्र निर्माणाधीन है, उनका सीडीपीओ एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के साथ के निरीक्षण कर निर्माण कार्य मंे प्रगति लाना सुनिष्चित करें। कलेक्टर ने लाडली लक्ष्मी योजना, सुकन्या समृद्धि लक्ष्मी योजना की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को निर्देषित किया न्यायालय में लंबित प्रकरणो का शीघ्र निराकरण कराना सुनिष्चित करे।