दिल्ली में शिल्पा के पति से 8 करोड़ की लूट का आरोपी गैंगस्टर गिरफ्तार
मेरठ
मेरठ में एक मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इनामी गैंगस्टर रवि भूरा को गिरफ्तार किया है। एनकाउंटर में भूरा को गोली लगी थी, जिसके बाद पुलिस ने उसको दबोच लिया। नायडू गैंग के सरगना शक्ति नायडू को तीन दिन पहले ही पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। खास बात यह है कि बॉलिवुड ऐक्टर शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा से हुई 8 करोड़ की लूट में भी रवि भूरा का नाम सामने आया था।
मेरठ के एसएसपी अजय साहनी को कुख्यात बदमाश रवि भूरा समेत कई बदमाशों की मौजूदगी के बारे में इनपुट मिला था। मौके पर जब पुलिस टीम पहुंची तो फायरिंग होने लगी। इस दौरान एक लाख के इनामी रवि भूरा को गोली लगी। पुलिस ने घायल हालत में रवि भूरा को दबोच लिया। वहीं उसके गिरोह के तीन अन्य सदस्य पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। गैंग का सरगना शक्ति नायडू मंगलवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हुआ था। दिल्ली के लाजपतनगर में ऐक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा से करीब 8 करोड़ की लूट के मामले में दोनों गैंगस्टर वॉन्टेड थे।
मेरठ, एनसीआर और कई राज्यों में रवि भूरा के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। मौके से पुलिस ने एक क्रेटा गाड़ी के अलावा पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं। मेरठ पुलिस के मुताबिक गैंग का लीडर शक्ति नायडू 6 साल जेल में रह चुका था। नायडू मेरठ में अपना नेटवर्क बढ़ा रहा था और यहां प्रॉपर्टी के काम में लगा था। पुलिस को बदमाशों ने बताया था कि शक्ति नायडू ने तिलकराज, हनी समेत 14 बदमाशों के साथ मिलकर 28 जनवरी 2014 को दिल्ली में फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा से सात करोड़ 80 लाख की लूट की थी।
एसीपी के मर्डर की साजिश रच रहा था
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शक्ति नायडू, तिलकराज और हनी को गिरफ्तार किया था। उसने एसीपी के मर्डर की भी साजिश रच डाली थी। स्पेशल सेल के एसीपी ललित मोहन ने शक्ति पर मकोका लगाया था। इसलिए वह एसीपी की जान का दुश्मन बन गया था। मेरठ पुलिस की जांच में सामने आया था कि दिल्ली पुलिस का एक सिपाही उसका मददगार था।
तिहाड़ जेल में खड़ा किया था गैंग
शक्ति नायडू ने छह साल तिहाड़ जेल में रहकर अपना गैंग खड़ा किया। जुलाई 2019 में परोल पर आने के बाद 6 माह में ही उसने दिल्ली और वेस्ट यूपी में नेटवर्क फैलाया। दिल्ली में नायडू का आतंक रहा। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, यूपी में लूट और डकैती के शातिर बदमाशों को नायडू तलाश कर अपने गैंग में शामिल करता था। उसके गैंग में 30 से ज्यादा बदमाश होने की सूचना पुलिस को मिली है। मेरठ में शक्ति नायडू की गोली का शिकार बना हनी और उसका घायल चाचा भी उसके गिरोह में सक्रिय थे। पुलिस को जानकारी मिली थी कि गैंग में नानू सिंह, भगत सिंह, हिमांशु, कालूराम, अलीम, फूलक सिंह आदि कई कुख्यात अपराधी शामिल हैं।