एमसीयू ने दो दर्जन प्रोफेसरों को दिए कारण बताओ नोटिस, बदले तीनो एचओडी
भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने अपने दो दर्जन प्रोफेसरों को नोटिस देकर विलंब से आने के कारण पूछा है। वहीं विवि की शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तीन विभागों के विभागाध्यक्षों को हटाकर नये पदस्थ किए गए हैं। वहीं तीन प्रोफेसरों का रीवा भोपाल से स्थानांतरण किया है।
एमसीयू के कुलपति दीपक तिवारी ने सुबह साढ़े नौ बजे पहुंचकर विवि के विभागों का निरीक्षण किया। इस दौरान करीब दस प्रोफेसर ही विभागों में मौजूद पाए गए। जबकि शेष प्रोफेसर विवि से नदारद थे। काफी समय बीतने के बाद भी प्रोफेसर समय पर विवि नहीं पहुंचे। इसके बाद एमसीयू प्रबंधन ने दो दर्जन प्रोफेसरों को विवि समय पर नहीं पहुंचने पर कारण बताओ नोटिस जारी दिए हैं। अब उन्हें तय समय में अपना जवाब एमसीयू प्रबंधन को सौंपना है। उनके जवाब से नहीं देने या फिर संतोषजनक जवाब नहीं देने की दशा में एमसीयू प्रबंधन सख्त कार्रवाई करेगा।
शासन ने एमसीयू की बिगड़ी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए दीपक तिवारी कुलपति के रूप में पदस्थ किया है। इसके चलते कुलपति तिवारी ने बिगड़ी शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है। इसके तहत उन्होंने सोमवार को कक्षाओं का जायजा लिया। इस समय अपनी कक्षाओं में पढ़ने के लिए मौजूद थे, लेकिन प्रोफेसर नदारद थे। इसके चलते उन्हें नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है।
तीन एचओडी हटाए
विभागों में लगने वाली कक्षाओं में एचओडी का बिलकुल भी फोकस नहीं हैं। विद्यार्थी कक्षाओं से नदारद रहते हैं। उनकी उपस्थिति को लेकर एचओडी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। यहां तक उनसे कक्षाओं में आने पर कोई सवाल जवाब नहीं किया जाता है। उपस्थिति कम होने की दशा में विद्यार्थियों को परीक्षाओं में शामिल नहीं किया जाता है, तो वे विरोध प्रदर्शन करने लगते हैं। ऐसी लापरवाही करने वाले तीन एचओडी को हटा दिया गया है। इसमें श्रीकांत सिंह को पत्रकारिता विभाग, पवित्र श्रीवास्तव को जनसंचार का अतिरिक्त प्रभार और इलेक्ट्रनिक विभाग भेजा है। जबकि संजीव गुप्ता को जनसंचार विभाग से कार्यमुक्त कर दिया गया है। वहीं रीवा में पदस्थ डॉ. रंजन सिंह को एमसीओ बुलाकर पत्रकारिता विभाग में पदस्थ है। वहीं भोपाल से डॉ. लोकेंद्र सिंह राजपूत को रीवा के पत्रकारिता विभाग भेज दिया है।