मायावती का 64वां बर्थडे, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दी बधाई
लखनऊ
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती के 64वें जन्मदिन पर उन्हें कार्यकर्ताओं और राजनेताओं की तरफ से बधाइयां मिल रही हैं। इस बीच यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती को बर्थडे विश किया है।
अखिलेश ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से मायावती को शुभकामनाएं देते हुए लिखा, 'बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई।' बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में बीएसपी और एसपी ने गठबंधन किया था। इस गठबंधन में चौधरी अजित सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल थी। प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से बीएसपी को 10 और एसपी को 5 सीटों मिली थीं। नतीजों के बाद यह गठबंधन ज्यादा दिन नहीं टिक सका था। मायावती ने एसपी से गठबंधन के बाद बीएसपी को नुकसान का हवाला देते हुए अपने रास्ते अलग कर लिए थे।
लखनऊ में कटा 64 किलो का केक
बीएसपी सुप्रीमो का जन्मदिन कार्यकर्ता धूमधाम से मना रहे हैं। हर वर्ष मायावती का जन्मदिन पार्टी कार्यकर्ता काफी उत्साह से मनाते हैं। 64वें जन्मदिन को और उल्लासपूर्ण बनाने के लिए लखनऊ में कार्यकर्ताओं ने नई तरकीब अपनाई। बीएसपी कार्यकर्ताओं ने 64 किलोग्राम का केक काटकर जश्न मनाया। रंग-बिरंगे इस केक पर खूब चर्चा भी हुई।
जन्मदिन पर भी उठाया CAA का मुद्दा
इससे पहले अपने 64वें जन्मदिन पर मायावती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून (CAA)का विरोध करती हैं। उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी सरकार अब कांग्रेस के नक्शेकदम पर चलते हुए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है।
मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर बोला हमला
बीएसपी मुखिया मायावती ने कहा, 'बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कांग्रेस का रास्ता अपना रही है। वह राजनीतिक और व्यक्तिगत फायदे के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश को कानून-व्यवस्था की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।'
केंद्र पर साधा निशाना
मायावती ने कहा, 'आज देश की लगभग 130 करोड़ जनता के सामने जो दिन प्रतिदिन तकलीफें और तनाव सामने खड़ी हैं, जिसके कारण देश में हर जगह गरीबी और बेरोजगारी व्याप्त है। देश की अर्थव्यवस्था मंदी की बीमार हालत में पहुंच गई है। आम जनता का जीवन मौजूद केंद्र सरकार की ज्यादातर गलत नीतियों का नतीजा है। ये भी कटु सत्य है कि देश की जनता ने ऐसी खराब हालत पहले कांग्रेस की सरकार में देखी है।'