महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट विस्तार और मंत्रियों के शपथ ग्रहण में नहीं पहुंचे संजय राउत
मुंबई
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत सोमवार को महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने भाई सुनील राउत को कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने से संजय अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं। हालांकि, अभी तक राउत ने इस मामले में खुलकर कुछ नहीं कहा है।
राउत से जब सुनील को कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह तीन दलों की सरकार है और हर दल में योग्य लोग मौजूद हैं। ऐसे में सबको निर्धारित कोटे को स्वीकार करना होता है। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि उद्धव ठाकरे प्रदेश के सीएम हैं। राउत ने आगे कहा, 'मैं और मेरा परिवार हमेशा से शिवसेना के साथ है। हम ठाकरे परिवार के प्रति निष्ठा रखते हैं और हमने महाराष्ट्र में सरकार बनाने में अपनी भूमिका निभाई है।'
बीजेपी नेता भी नहीं हुए शामिल
वहीं, शिवसेना के अलावा विपक्षी दल बीजेपी के नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुआ। बीजेपी ने कहा कि उसके नेता यहां विधान भवन में शपथग्रहण समारोह में इसलिए नहीं गए क्योंकि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार किसानों से किए वादे पूरे करने में विफल रही। गौरतलब है कि सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने मंत्रिमंडल में विस्तार करते हुए 26 कैबिनेट और 10 राज्यमंत्री शामिल किए हैं, इनमें एनसीपी नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
समारोह में अनुपस्थिति को लेकर एक बीजेपी नेता ने कहा, 'यह सरकार राज्य में किसानों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी है। हमने भव्य समारोह में न जाने का निश्चय किया।' एक अन्य बीजेपी नेता कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार समारोह में भाग लेने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता 28 नवंबर को दादर में शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे के शपथग्रहण समारोह में सम्मिलित हुए थे। हालांकि राउत की अनुपस्थिति ने लोगों में इसका कारण जानने की दिलचस्पी पैदा कर दी है।