करोड़पति बनने का सपना देखते हुए शुरू कर दिया नकली नोट का धंधा
भोपाल। पुलिस द्वारा नकली नोट चलाने के आरोप में पकड़े गया गिरोह सरगना अनीस कौरव उर्फ सिकंदर को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पूछताछ में सिकंदर ने पुलिस को बताया कि उसने इमरान हाशमी की फिल्म जन्नत कई बार देखी। उसके बाद उसने शार्ट कट से करोड़पति बनने का सपना देखते हुए नकली नोट बनाने का काम शुरू कर दिया। वो जल्द से जल्द अमीर आदमी बनना चाहता था, इसी चक्कर में वो पकड़ा गया।
एसपी(नार्थ जोन) शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कौरव काफी लोगों से काफी कम मेल जोल रखता था। जन्नत फिल्म से प्रभावित होकर उसने नकली नोट तैयार करने का काम शुरू कर दिया। उसके गिरोह में शामिल लोग काफी शातिर थे। वे लोग अकसर नकली नोट भीड़-भाड़ वाले बाजार में चलाते थे। अधिकतर 200 का नकली नोट देकर वह 40 या 60 रुपए का ही सामान खरीदते थे। इससे लोगों को उनपर शक नहीं हो पाता था। और उनका नोट आसानी से बाजार में खप जाता था।
गौरतलब है कि नजीराबाद पुलिस ने 20 दिसंबर को इंदौर निवासी मनोज चौहान को 200 रुपए के 12 नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने इंदौर से अनीस कौरव उर्फ सिकंदर को भी गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उसके पास से 65 हजार के पांच सौ और दो सौ के नकली नोट बरामद किए थे। सिकंदर से पूछताछ के बाद गिरोह में शामिल राजू सिरसागर और अजय नाथ को भी हिरासत में ले लिया गया था।