उत्तर से आ रही बर्फीली हवा से कांप उठा है पूरा मप्र, भोपाल में 5.3 डिग्री
भाेपाल | उत्तर से अा रही बर्फीली हवा से पूरा मप्र कांप उठा है। भोपाल में इस साल पहली बार शीतलहर चली। पारा शुक्रवार रात 5.3 डिग्री पर पहुंच गया। यह सामान्य से 5.3 डिग्री कम है। प्रदेश के 10 शहराें में पारा 4 अाैर 15 शहराें में 6 डिग्री से नीचे रहा। कहीं भी रात का तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं रहा।
सीवियर काेल्ड डे
उज्जैन, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग
काेल्ड डे
भाेपाल, हाेशंगाबाद, इंदाैर, जबलपुर संभाग
28 का अजब संयाेग
राजधानी में 28 दिसंबर की तारीख का अजीब संयाेग है। 2018 में इस दिन रात का तापमान 4.90 था, जो दिसंबर में सबसे कम था। 2019 में 28 दिसंबर काे पारा 5.30 था, यह भी सीजन की सबसे ठंडी रात है। 2014 में भी इसी दिन तापमान 6.0 डिग्री रहा था। यह भी सबसे कम था।
सबसे सर्द दिसंबर
भाेपाल में 53 साल पहले 11 दिसंबर 1966 काे रात का तापमान 3.1 डिग्री दर्ज किया गया था। यह दिसंबर में रात के सबसे कम तापमान का अाॅल टाइम रिकाॅर्ड है।
क्याें पड़ती है दिसंबर अंत में कड़ाके की ठंड
वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के अनुसार दिसंबर के अंत में उत्तरी गाेलार्ध में दिन सबसे छाेटे हाेते हैं, इसलिए सूर्य की किरणें कम समय के लिए धरती तक पहुंचती हैं। इससे धरती काे एनर्जी कम मिलती है। चूंकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी उत्तरी गाेलार्ध में रहता है, जब यह पूर्व की अाेर चला जाता है ताे उत्तरी भारत में बर्फबारी हाेने लगती है। इस सीजन में हमारे यहां हवा उत्तर से ही अाती हैं, ये हवाएं अपने साथ बर्फ की शीतलता लेकर अाती हैं। इसीलिए कड़ाके की ठंड पड़ती है।
अभी दाे दिन और ऐसी ही रहेगी सर्दी
दो दिन भाेपाल, उज्जैन, इंदाैर, हाेशंगाबाद, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडाेल में शीतलहर चलेगी। हाेशंगाबाद, सागर, रीवा, शहडाेल, ग्वालियर, चंबल संभागाें में कहीं-कहीं पाले के आसार हैं।