बिन पार्किंग सब सून : विलासा की विलासता पर पार्किंग न होने का दाग, दुर्घटनाओ को दे रहा दावत
इरफ़ान खान की रिपोर्ट
बुढ़ार,विलासता ,विलासा ये भव्यता और उसकी गरिमा को प्रदर्शित करने वाला नाम है ,जहा पर आपको सुविधाओ का अंबार मिलता हो ,ठीक फ़िल्मी अंदाजो वाला जहा आप ने हुक्म दिया वहाँ बंदा हाजिर ,लेकिन दुर्भाग्य की बात संभाग में अपनी अलग पहचान की होड़ में इस होटल ने कुछ ज्यदा ही बढ़ चढ़ कर प्रचार कर रहा ,लेकिन जब इसकी पड़ताल हुई तो नतीजा फिस्सडी निकला ,यदि आप इस आलीशान होटल में जाने की सोंच रहे तो यहाँ पर आपको पार्किंग नहीं मिलेगी ,आपकी लाक्स्ज़री कार को बाहर ही रहना होगा ,आप यहाँ सुकून तलाश रहे वहा शरारती तत्व आपकी गाडी के साथ कोई छेड़छाड़ कर रहा होगा ,जब आप बाहर निकलेंगे तो पता चलेगा आपकी लाक्स्ज़री कार पर किसी ने स्क्रेच मार दिया उस वक़्त भव्यता और विलासता को कोसते हुए आप मैनेजमेंट से तू तू मै मै करते नज़र आएंगे,आपको होने वाली असुविधा के लिए होटल मैनेजमेंट आप को यह कह कर संतुस्ट करने का प्रयाश करेगा की आप को हुई असुविधा के लिए खेद है , अब किसकी जिम्मेदारी ये कौन तय करेगी की होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा ??? क्या इस तरह असुरक्षित आप अपनी कारो को छोड़ सकते है ,अमूमन कई दफा आपकी मंहगी कारो में आपके महंगे सामान लैपटाप व अन्य कीमती सामान रखे होते है ,यदि कही कोई अनहोनी होती है तो इसका जवाबदेही किसकी होगी ? ऐसे कई अनगिनत सवालों में घिरा होटल विलाषा
शहड़ोल।जिले में बीते एक कुछ समय पहले कोयला नगरी बुढ़ार नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी व सत्ताधारी दल के नेता द्वारा एक ऐसे होटल की स्थापना की जिसे संभाग का सबसे सबसे बेहतर और आलीशान व्यवस्थाओं का हवाला देकर दिल्ली , मुंबई जैसे महानगरों की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया करानें का सब्जबाग दिखाया गया है।
लेकिन इस होटल की सुविधाओं की पोल खोलनें के लिये यहां बनाई गई पार्किंग व्यवस्था ही पर्याप्त है।
विलाशा इंटरनेशनल नामक इस होटल के कर्ताधर्ताओं नें हाल ही में एक विज्ञापन क्लिप जारी कर वायरल किया जिसमें यह बतानें के प्रयास किया कि इस होटल में उनके द्वारा महानगरों की तर्ज पर वह सबकुछ उपलब्ध है जिससे कोयलांचलवासियों को इसके लिये कहीं और नहीं जाना पडेगा। इतना ही नहीं इस होटल के संचालक नें अपनें इस होटल को संभाग का गौरव तक बता डाला।
लेकिन सच तो यह है कि सर्वसुविधा का हवाला देकर हजारो लाखों रुपये वसूलनें वाले इस होटल में पार्किंग जैसी सुविधा भी नाममात्र की है।
राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर चंद कदम की दूरी पर स्थित इस होटल में यदि 200- 400 की भीड़ भी जुट जाये तो सड़क पर वाहनों का तांता इस कदर लग जाता है कि मार्ग पर दुर्घटना से चोरी जैसी घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इतना ही नहीं बुढ़ार सबसे खतरनाक मोड़ पर स्थित इस होटल की पार्किंग अव्यवस्था के कारण कोई भी बड़ी घटना कभी भी घट सकती है।
वहीं बड़ा सवाल यह भी है कि इस तरह के होटल के निर्माण और उसके संचालन को लेकर सुरक्षा, सुविधा, पार्किंग, आवागमन, प्रदूषण जैसे विभिन्न नियमों को ध्यान में रखना व उनका पालन करना आवश्यक होता है जिसकी खुलेआम अनदेखी इस होटल के संचालक के रशूख को बताते हुये प्रशासन को भी ठेंगा दिखा रहा है।