फिरोजाबाद में बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं वॉलेट ने बचाई कॉन्स्टेबल विजेंदर कुमार
आगरा
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन में कॉन्स्टेबल विजेंदर कुमार (24) को दूसरा जीवन मिला है। शुक्रवार को फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक बुलेट कुमार के बुलेटप्रूफ जैकेट के आर-पार चली गई और सिक्कों से भरे वॉलेट में जाकर फंस गई। विजेंदर ने वॉलेट जैकेट की ऊपर वाली जेब में रखा हुआ था जिससे उनकी जान बच गई।
विजेंदर कुमार फिरोजाबाद एसपी के एस्कॉर्ट में शामिल थे जब विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और फायरिंग शुरू हुई। विजेंदर कुमार ने कहा, 'यह मेरा दूसरा जीवन है और मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं।' इस दौरान उनके साथी धर्मेंदर को पैर में गोली लग गई और वह अस्पताल में भर्ती हैं।
वॉलेट में फंस गई गोली
विजेंदर ने बताया, 'भारी पथराव और फायरिंग के बीच मुझे हिंसक भीड़ को रोकना था। इसी दौरान एक गोली मेरे सीने की तरफ आई। मेरी बुलेटप्रूफ जैकेट तो इससे नहीं बचा पाई लेकिन मेरे वॉलेट जिसमें मैंने भगवान शिव की तस्वीर और कुछ सिक्के रखे थे उसने बचा लिया।'
फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन में 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए जिसमें थानाध्यक्ष, सब इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं। फिरोजाबाद एसपी सचिंद्र पटेल ने बताया, 'हिंसक भीड़ पुलिसवालों पर फायरिंग कर रही थी। प्रत्येक घायल पुलिसकर्मी को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।'