सावरकर के साथ राहुल का नाम जोडऩा ही अपराध लगता है – डा. रमन
रायपुर
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मोदी सरकार की नागरिकता संशोधन बिल को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा है कि कुछ लोग राजनीति की आड़ में देश में आग फंूकने का काम कर रहे हैं। यह बिल लोकसभा, राज्यसभा में बहुमत के साथ पास हो चुका हैं और यह करोड़ों लोगों के सम्मान का बिल है। इससे हजारों शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वीर सावरकर के साथ नाम जोडऩा ही अपराध लगता है। कहां वीर सावरकर और कहां राहुल गांधी।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि विदेशों में अल्पसंख्यकों के साथ प्रताडऩा, दुर्व्यवहार हो रहा था। बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही थी। मंदिर, मस्जिद तोड?े का प्रयास किया जा रहा था। बांग्लादेश, पाक, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों की संख्या 1947 की तुलना में 20 प्रतिशत से घटकर 2-3 प्रतिशत रह गई। उन्होंने कहा कि भारत में नागरिकता संशोधन बिल से किसी की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। बल्कि शरणार्थियों को वीजा, पासपोर्ट न होने पर भी नागरिकता दी जाएगी। यह नागरिकता घुसपैठियों को नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में धारा-370, तीन तलाक, मंदिर-मस्जिद व नागरिकता संशोधन बिल शामिल था। चुनाव जीतने के बाद उनकी सरकार इस पर क्रियान्वयन कर रही है और उन्हें सफलता भी मिल गई है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि 8 अप्रैल 1950 को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और जिन्ना के साथ समझौता हुआ था, लेकिन 70 वर्षों में समझौते का पालन नहीं किया गया।
अब केंद्र में भाजपा की सरकार बहुमत के साथ आई है और कई मामलों में सुधार की प्रक्रिया अपना रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नागरिकता बिल पर कुछ लोग राजनीतिक कारणों से लोगों में भ्रम फैला रहे हैं, जबकि यह स्पष्ट, साफ और ऐतिहासिक बिल हैं। इससे वर्तमान में करीब 35 से 40 हजार लोगों को नागरिकता मिलेगी।