दुआती ने सेमीफाइनल में हार के बाद बेईमानी का आरोप लगाया
कन्नूर
इंडिया ओपन की रजत पदक विजेता और गत चैंपियन वनलाल दुआती (51 किग्रा) ने राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल मुकाबले को हरियाणा की रितु से 2-3 से गंवाने के बाद शनिवार को यहां बेईमानी का आरोप लगाया।
पांच बार की राष्ट्रीय चैम्पियन मिजोरम की इस मुक्केबाज ने मुकाबले के बाद कहा कि उन्हें धोखाधड़ी से हराया गया है। भारतीय मुक्केबाजी संघ ने उसकी अपील पर रविवार को सुबह सात बजे तक फैसला करने का आश्वासन दिया है।
दुआती ने पीटीआई से कहा, ‘‘ पहले दौर के मुकाबले के बाद अचानक से एक जज (नीलम पूनिया) को बदल कर दूसरे (डीएस राजू) को बैठा दिया गया। इसके लिए कोई वजह नहीं दी गयी। मैंने इससे पहले अपने करियर में कभी भी हार के बाद कोई शिकायत नहीं की है लेकिन आज मेरे साथ धोखा हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने पांच हजार रुपये देकर समीक्षा की मांग की है। वे कल (रविवार) सुबह सात बजे इस बारे में बतायेंगे, लेकिन तब इसका क्या मतलब रह जाएगा क्योंकि कल ही फाइनल खेला जाना है। मुझे कोई उम्मीद नहीं है।’’
दुआती इस साल इंडिया ओपन के फाइनल में दिग्गज एमसी मेरीकाम से हार गयी थी।
मुक्केबाजी संघ के एक अधिकारी ने बताया कि मुकाबले के बीच में केवल असाधारण परिस्थितियों में पर्यवेक्षक की अनुमति के साथ जज को बदला जा सकता है। इस बात की जांच हो रही की इस मामले में नियमों का पालन किया गया है या नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘ पूनिया को शायद इसलिए बदला गया क्योंकि वह उस मुक्केबाजी इकाई (संघ) का प्रतिनिधित्व करती है जो जिसका एक मुक्केबाज इस मुकाबले में था। हमें देखना होगा कि क्या इसके लिए पर्यवेक्षक की अनुमति ली गयी है या नहीं।