नगरीय निकाय निर्वाचन 2019 : निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं त्रुटिहीन निर्वाचन का लक्ष्य लेकर करें पुख्ता तैयारी
छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री ठाकुर राम सिंह ने संभाग स्तरीय बैठक में की निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा
दुर्ग, नगरीय निकायों के निर्वाचन की तैयारियों की संभाग स्तरीय समीक्षा के लिए आज छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री ठाकुर राम सिंह दुर्ग पहुंचे। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं त्रुटिहीन निर्वाचन का लक्ष्य लेकर पुख्ता तैयारी के साथ कार्य करें। इसके लिए प्रशिक्षण एवं विविध चरणों में आयोजित निर्वाचन कार्यक्रमों के अनुरूप योजनाबद्ध तैयारी कर लें ताकि व्यवस्थित रूप से और पूरी तरह त्रुटिहीन निर्वाचन कार्य संपन्न हो सके। उन्होंने सभी जिलों के कलेक्टरों से उनके जिलों में प्रशिक्षण के कार्यक्रम की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मतदान से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी जितना अच्छा प्रशिक्षण लेंगे और बारीकियों से नियमों से अवगत होंगे, वे उतना ही त्रुटिमुक्त निर्वाचन कार्य करा पाएंगे। इस मौके पर दुर्ग संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर ने कहा कि निष्पक्ष एवं त्रुटिहीन निर्वाचन के लिए प्रभावी प्रशिक्षण की बड़ी भूमिका है। नामिनेशन से लेकर मतगणना तक हर स्तर की कार्ययोजना बना लें ताकि पूरी तरह सफल एवं निष्पक्ष निर्वाचन संपन्न करा सकें। इस मौके पर आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि शांति एवं व्यवस्था की स्थिति पर पूरी नजर रखें। निर्वाचन के दौरान विध्न पहुंचाने की आशंका वाले तत्वों की पहचान कर आवश्यकता आने पर इन पर प्रिवेंटिव एक्शन भी ले सकते हैं। बैठक में दुर्ग कलेक्टर श्री अंकित आनंद, एसपी श्री अजय यादव, बेमेतरा कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, एसपी श्री प्रशांत ठाकुर, राजनांदगांव कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य, एसपी श्री बीएस ध्रुव, कवर्धा कलेक्टर श्री अवनीश शरण, एसपी डाक्टर लाल उमेद सिंह बालोद कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, एसपी श्री एमएल कोटवानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आनलाइन नामिनेशन के बारे में कराएं अवगत- आयुक्त ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार आनलाइन नामिनेशन का नवाचार किया है। इसके बारे में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी दें। इस अवसर पर सभी कलेक्टरों ने अवगत कराया कि इस संबंध में पूर्व में ही बैठक बुलाकर जानकारी दी गई है। आगे भी बैठक आयोजित कर इस संबंध में अवगत कराया जाएगा।
आदर्श आचरण संहिता का पालन सुनिश्चित कराएं- आयुक्त ने कहा कि आदर्श आचरण संहिता का पालन सभी निर्वाचन अधिकारी सुनिश्चित कराएं। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की घटनाओं में तत्काल कार्रवाई करें। निर्दिष्ट नियमों के अंतर्गत संपत्ति विरुपण की कार्रवाई करते रहें। कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जुलूस, आम सभा आदि की अनुमति मैनुअली होगी।
निर्वाचन व्यय संपरीक्षकों का दायित्व होगा अहम- आयुक्त ने कहा कि प्रत्याशियों द्वारा किये गए व्यय की मानिटरिंग के लिए निर्वाचन व्यय संपरीक्षक नियुक्त किए गए हैं। निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में इनका अहम योगदान होता है। व्यय संपरीक्षा का कार्य प्रभावी रूप से संपन्न हो। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों के खर्च की सीमा आयोग द्वारा तय की गई है। व्यय संपरीक्षक प्रत्याशियों द्वारा किए गए व्यय की लगातार मानिटरिंग करते रहें। मतदान दलों की सुविधा का रखें पूरा ध्यान- आयुक्त ने कहा कि मतदान दलों के लिए रूट आदि तय कर लिए जाएं। मतदान केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मतदान दलों एवं सेक्टर आफिसर्स का प्रभावी प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए। मतदान दलों का रूट तय कर लिया जाए। किसी तरह की आपदा की स्थिति में चिकित्सकीय सुविधा की पर्याप्त व्यवस्था हो ताकि ऐसी किसी स्थिति में तुरंत रिस्पांस किया जा सके।