गर्मियों में भरपूर पानी सप्लाई के लिये निगम ने अभी से शुरू की तैयारी
रायपुर
नगर निगम द्वारा गर्मियों में शहर को भरपूर पानी मिल सके, इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। भाठागांव स्थित इंटकवेल में लगे 275 किलोवाट के 6 मोटर पंपों में से एक को कल बदलकर 475 किलोवाट का नया पंप लगाया जा रहा है। जिस वजह से शहर के 19 टंकियों में कल सुबह पानी सप्लाई के बाद शाम को पानी सप्लाई नहीं हो पायेगी।
निगम आयुक्त श्री षिव अनंत तायल के निर्देष पर आज दोपहर अपर आयुक्त श्री लोकेश्वर साहू ने फिल्टर प्लांट और इंटकवेल में कल होने वाले शट डाउन से पहले के कार्यो का जायजा लिया। साथ ही संबंधित अधिकारियों, ठेका कंपनी आईएचपी के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर कल पंप लगाने के कार्य की मिनट टू मिनट जानकारी ली। मोटर पंपों में 2 पैनल लगे होते है। एक-एक पैनल में तीन- तीन ब्रेकर होते है। कल सुबह पानी सप्लाई के बाद सुबह 8 बजे से पंप को बदलने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। इस कार्य में वेल्डर, इलेक्ट्रीषियन तथा टेक्निकल स्टाप के 25 कर्मचारियों के अलावा निगम के फिल्टर प्लांट तथा पेयजल सप्लाई के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। मोटर पंप बदलने तथा एक पैनल के तीन बे्रकर बदलने में करीब 12 घंटे का समय लगेगा। इस दौरान दूसरे पैनल के तीन ब्रेकर चालू रहेंगे। रात में करीब 12 बजे के बाद मोटर चालू हो जायेगा और पानी सप्लाई भी फिल्टर प्लांट के लिये चालू हो जायेगी। किंतु शहर में सुचारू रूप से भरपूर पानी की सप्लाई अगले चार दिनों तक नहीं हो पायेगी।
इस दौरान नये मोटर की टेस्टिंग की जायेगी। साथ ही दूसरे पैनल के बे्रकर को भी लगाया जायेगा। इस वजह से शहर के भाठागांव, चंगोराभाठा, कुषालपुर, डीडी नगर, ईदगाह भाठा, सरोना, टाटीबंध, कबीरनगर, हीरापुर, गोगांव, मठपुरैना, लालपुर, अमलीडीह, अवंति विहार कालोनी, मोवा, गंज, मंडी, सड्डू, दलदल सिवनी के पानी टंकियों से संबंधित क्षेत्रों में पांच दिनों तक पानी सप्लाई 60 प्रतिशत ही हो पायेगी। आज इंटकवेल में हुई बैठक में अपर आयुक्त श्री साहू के साथ अमृत मिषन के कार्यपालन अभियंता श्री यू.के. राठिया, सहायक अभियंता श्री नरसिंग फरेन्द्र, श्री प्रदीप यादव, श्री योगेष कडु, उपअभियंता श्री नीतिश झा, ठेका कंपनी आईएचपी के असिस्टेंट मैनेजर प्रोजेक्ट श्री बीएस रावत मौजूद थे। श्री साहू ने निगम के अधिकारियों को कल दिन भर इंटकवेल में ही रहने के निर्देष दिये। साथ ही निगरानी के लिये वे खुद भी वहां मौजूद रहेंगे।