इंदौर में विरोध के बाद भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने का हुआ विरोध
भोपाल / इंदौर
इंदौर के नगर निगम को दो भागों में बांटने का विरोध होने के बाद अब भोपाल नगर निगम में भी इसी बात को लेकर कांग्रेस नेताओं में दबे स्वर में खींचतान शुरू हो गयी है। गौर तलब है कि इंदौर के निगम के बारे में कांग्रेसी नेता और पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने विरोध किया था। दूसरी तरफ ग्वालियर के मामले में कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी विरोध कर चुके हैं। भोपाल के संबंध में कांग्रेस के बड़े नेता भले ही आगे नहीं आए हो लेकिन कांग्रेसी पार्षदों और नेताओं ने इसका विरोध मौखिक रूप से दर्शाना शुरू कर दिया है।
भाजपा का कहना है कि भोपाल के नगर निगम को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है जबकि दूसरी तरफ एक कांग्रेसी पार्षद ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि जब एक ही नगर निगम तो सम्हल नहीं रहा है ऐसे में दो निगम बनाने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहाकि शहर का भूगोल वही है लेकिन 85 पार्षदों के पास न तो विकास की राशि आ पाती है और न ही यहां पर कर्मचारियों की तनखा समय पर बट पाती है। इससे अच्छा होता है कि निगम को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में काम किया जाता।