सभी की होगी दीवाली, कुम्हार – शिल्पकारों का ख्याल भी हमारी जिम्मेदारी – देवेन्द्र यादव
भिलाई। लम्बे अरसे के बाद छत्तीसगढ़ में हर वर्ग सकारात्मक और संतुष्ट दिखाई पड़ रहा है। सरकार ने हमारे कुम्हार, शिल्पकार, बुनकर, कुम्हार साथियों के लिए पौनी-पसारी योजना की शुरुआत की है। वहीं भिलाई में भी हमारे कुम्हार और शिल्पकारा साथियों के व्यवसाय को प्रोत्साहित करने यह कदम उठाया गया है। इस बार ग्रामीण क्षेत्र से दीवाली व्यवसाय करने मिट्टी के सामग्री विक्रेताओं से नगर निगम किसी भी प्रकार की कर की वसूली नहीं करेगी और नगर निगम प्रशासन इनकी हर सम्भव मदद करेगी। इसके लिए देश जारी किए गए हैं।
दीपावली में मिट्टी के दीयों को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार शहर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दूर दराज गावों से मिट्टे के दिए बेचने के लिए शहर आने वाले कुम्हारों से किसी भी प्रकार की कोई टैक्स वसूल नहीं की जाएगी। कुम्हार अपनी भी सामान शहर के बाजार में आसानी से बचे सकते। इसके लिए भी शहर सरकार ने पहल करते हुए उन्हें बाजार में किसी तरह की कोई परेशानी न होने का विशेष ध्यान रखने निर्देश दिया है। दीपावली के अवसर पर आसपास के गांवों सेे कुम्हार मिट्टी से बने दीये, मटकी आदि सामान बनाकर बेचने के लिए शहर आते हैं। लेकिन इनकी सुविधाओं के लिए कभी किसी ने पहल नहीं की थी। लेकिन पहले बार राज्य सरकार ने पहल की और कुम्हारों के व्यापार को बढ़ावा देने। मिट्टी से बने सामानों के व्यापार को प्रोत्सहन देने के लिए नई शुरूआत की है। जिसके तहत महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव की शहर सरकार ने पहल की है और साफ निर्देश दिया है कि निगम प्रशासन किसी भी प्रकार का कोई टैक्स इन कुम्हारों से नहीं लेंगे।