राजधानी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए 100 इलेट्रानिक बसों की सौगात
भोपाल
शहर को प्रदूषण मुक्त एंव इको फेंडली बनाने की दिशा में 100 करोड़ की लागत से कारीब 40 हजार यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने के लिए 100 इलेट्रानिक बसें चलाई जाएंगी। जानकारी के मुताबिक ये बसें केंद सरकार के सहयोग नगर निगम द्वारा संचालित की जाएगी। इसके लिए इसका आरएफपी बनाकर टेंडर जारी कर दिया गया है। टेंडर की स्वीकृति के बाद जल्द ही इसका संचालन किया जाएगा।
गौरतलब है कि बढ़ते ईधन को देखते हुए केंदÑ सरकार ने देश में इलेट्रानिक बसें चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत इसे पायलेट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट सिटियों का चयन किया है। इसमें से भोपाल नगर निगम के खाते में 100 इलेट्रानिक बसें आई हैं। जिसकी लागत करीब 100 करोड़ से बताई जा रही है। ये बसें शहरी सीमा के साथ-साथ उन इलाकों में भी चलाई जाएगीं जहां अभी आवागमन के साधन कम हैं या बिल्कुल नहीं हैं। इसके लिए जल्द ही इसका सर्वे करा कर रूट तय किए जाएगें। ध्यान देनी वाली यह है कि इन बसों से करीब 40 हजार यात्रियों को सीधा फायदा होगा।
स्मार्ट सिटी भोपाल के खाते में 100 इलेट्रानिक बसें आईं है। जिसकी लागत करीब 100 करोड़ बताई जा रही है। ये सभी बसें 38 सीटर एंव फुली ऐसी होंगी। जिससे करीब 40 हजार यात्रियों को इससे सीधा लाभ होगा । ये बसें इंटरसिटी एव नॉन इंटरसिटी दोनों स्थानों के लिए चलाई जाएगी।
इन बसों की विशेषता ये है कि सभी बसें प्रदुषणरहित एवं बैट्रीचलित होगीं। इनस कार्बन गैस के उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही ध्वनि प्रदुषण से भी कुछ हद तक निजात मिलेगी। ये बसें अधिकतम 2 घंटे में चार्ज हो जाएंगी एवं एक बार फुल चार्ज होने पर 100-200 किलोमीटर से ज्यादा सफर तय कर सकेंगी। इसके लिए हाई बैकप का उपयोग किया जाएगा। यह स्वच्छता के साथ पर्यावरण संतुलन के लिए भी अच्छी शुरूआत है।
शहर के विभिन्न रूटों में सर्वे कर जल्द ही इसके चार्जिंग पोइंट समेत बसों के संचालन को लेकर रूखरेखा तय की जाएगी। आईएसबाटी,एयरपोर्ट,एम्स, भोपाल रेल्वे स्टेशन समेत शहर के सभी बस डिपो एंव सर्वाधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र इससे कनेक्टेड रहेंगे। शहरी सीमा में 3-5 किलोमीटर एंव हाइवे पर 20-25 किलोमीटर के अंतराल में इनके चार्जिंग पोइंट बनाएं जाएंगे। इसके लिए सर्वे भी किया जा रहा है।