हाउसिंग बोर्ड के 35 सौ पुराने मकान बेचने को कीमत गिरा सकती है सरकार
रायपुर
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल (हाउसिंग बोर्ड) के पुराने 35 सौ मकानों को बेचने के लिए राज्य सरकार उनकी कीमत कम कर सकती है। आवास विभाग कीमत कम करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसे मंत्रिमंडल में रखा जाएगा।
गृह निर्माण मंडल ने प्रदेशभर के ऐसे मकानों की सूची तैयार की है, जिन्हें बेचने का प्रयास पिछले तीन साल या उससे भी ज्यादा समय से किया जा रहा है। कई बार इन मकानों को बेचने के लिए विज्ञापन निकाला जा चुका है, उसके बाद भी खरीदार नहीं आ रहे।
पिछले दिनों आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने मंडल के अधिकारियों के साथ इस बात पर मंथन किया कि क्यों पुराने मकान बिक नहीं रहे। इसमें मकानों की कीमत ज्यादा होने की बात निकलकर सामने आई। दरअसल, गृह निर्माण मंडल लोन लेकर हाउसिंग प्रोजेक्ट पर काम करता है। मकान नहीं बिकते तो लोन की राशि जमा नहीं होने की वजह से ब्याज बढ़ता जाता है।
मूलधन और ब्याज को मिलाकर मंडल पुराने मकानों की कीमत बढ़ता चला गया है। मकान और ज्यादा समय तक खाली पड़े रहेंगे, तो उनके खराब हो सकते हैं। इस कारण यह निर्णय लिया गया है कि अधोसंरचना विकास में जो खर्च हुआ है, उसे मूलधन को छोड़कर, कीमत में ब्याज वाली राशि जोड़ी जाती है, उसे कम किया जाए।
विभागीय मंत्री अकबर का कहना है कि अभी गृह निर्माण मंडल नए हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू करने की स्थिति में नहीं है। पुराने मकानों की बिक्री के बाद जो राशि आएगी, उससे लोन अदा किया जाएगा, ताकि नए प्रोजेक्ट के लिए बैंकों की मदद ली जा सके।
विभागीय मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि नए मकानों के दाम कम नहीं होंगे। एक-डेढ़ साल पहले जो मकान बने हैं, उनकी जो कीमत तय की गई है, उसी में बिक्री की जाएगी।