प्रवक्ता गौरीशंकर को झूठे मुकदमे फ़साने रची गई साजिश में कौन है शामिल :मानवाधिकार ने लिया संज्ञान
रायपुर, अपने ऊपर लगे झूठे मुकदमे के ख़िलाफ़ अब भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर ने मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश सरकार ने द्वेषपूर्ण तरीके से जिन मुकदमो के आधार पर गौरीशंकर को घेरने और छवि धूमिल करने के विरोध में गौरीशंकर ने भी कमर कस कर तैयारी की जिसके फलस्वरूप मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए पूरे मामले को अब अपनी देख रेख में कराने का निर्णय लिया है। जब इस बावत भाजपा प्रवक्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं झूट और साजिश और सडयंत्र का शिकार हुए हुआ हूं। जानबूझ कर मुझे फसाया गया था इस लिए मैं न्याय के लिए भारत सरकार और मानवाधिकार गया, आप देखिए सच्चाई की जीत होगी।
फर्जी एफआईआर के खिलाफ आज राज्य मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए केस पंजीबद्ध किया। गौरतबल है भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ दो दिन मे तीन एफआईआर दर्ज किया गया था जिसके खिलाफ गौरी शंकर श्रीवास् ने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री समेत गृहसचिव राज्यपाल को सीडी और सबूत भेजे थे जिसमे उनको फंसाने की तैयारी की गयी थी
गौरीशंकर ने आगे बताते हुए कहा मैं लगातार सरकार के खिलाफ मै मुखर रहा हू जिस कारण मुझे टारगेट किया जा रहा है राज्य मानवाधिकार आयोग ने मेरी मांग और विषय की गंभीरता को समझते हुए केस आज पंजीबद्ध किया है। सत्ता मे बैठकर इस तरह का षडयंत्र रचना और पुलिस का दुरूपयोग करना इस सरकार की आदत बन गयी है लेकिन इन सारे कृत्यो का डटकर सामना करेंगे और आगे भी सरकार के खिलाफ मुखरता से जनहित के मुद्दे उठाता रहूंगा
क्या था मामला
बीते दिनों जोमैटो में कार्यरत कर्मचारी से लेकर पत्रकार, और फिर महिला पुलिस के मामले में मुझे टारगेट किया गया, और झूठी f. i. r. हुए मैं सही था आरोपो से विचलित न हो कर मैं सच्चाई के साथ लड़ा और अंत तक इंसाफ के लिए लड़ता रहूंगा