Breking:डॉक्टर की स्वास्थ सेवा ही दम तोड़ रही:राजबब्बर
रायपुर, राज्य सभा संसद और कांग्रेस के स्टार प्रचारक फ़िल्म अभिनेता राजबब्बर ने राजीव भवन में आज प्रेसवार्ता में डॉक्टर और कलेक्टर के बीच के साठ गाँठ पर जम कर प्रहार करते हुए कहा छत्तीसगढ़ ऐसा प्रदेश है जंहा के मुख्य मंत्री खुद डॉक्टर है , 21 राज्यो का सर्वे आया जिसमे छत्तीसगढ़ 20 वे स्थान पर रहा ये इसका दुर्भाग्य है कि राज्य को आप बीमारू बना दिये , मैं कहना चाहता हु की आप काबिल डॉ नही है ……
यंहा की स्वास्थ्य सेवा को तहस नहस कर दिया ….
छत्तीसगढ़ की जनता गरीब है और गरीबो के लिए निःषुल्क सेवाओ का हक सहहिं लिया……
सरकारी अस्पतालों का हालात ये है कि महिलाएं नसबंदी कराती है तो उन्हें मौत मिलती है …
आंखों का आपरेसन होता है तो आदमी अंधा हो जाता है ……
सुपेबेडा में 170 लोगो की किडनी फेल हो जाती है और स्वास्थ्य मंत्री कहते है कि किडनी फेल नही हुई है , वँहा कि पानी प्रदूषित है …..
कांग्रेस प्रदेश की जनता से गुहार कर रही है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश आईसीयू में है , इसे मुक्त कराइये ……
राज्य के सरकारी अस्पताल में डॉ और स्टाफ की कमी क्यो है …
1379 पदों की जरूरत है लेकिन अभी लगभग 5 सौ पद खाली है …
बस्तर में जवानों के उपचार के लिए इन 15 सालों में भी कुछ नही हुआ …..
6 मेडिकल कालेजों में 621 पद खाली है …. इन सभी पदों में रोजगार मिलता लेकिन आज तक रोजगार नही मिला ….
छत्तीसगढ़ बड़ा ही खुशनसीब है जब राज्य बना तो इसको पहले कलेक्टर मिला फिर डॉ मिला
ये एक ऐसा प्रदेश है जजन के मुख्यमंत्री स्वयं डॉक्टर है और डॉ मुख्य्मंत्री 15 साल पहले आया । लोगों को उम्मीद थी कि डॉक्टर है तो इस राज्य की स्थिति अच्छी हो जाएगी
डॉक्टर साहब आप जब से आये हैं तब से आपने राज्य के स्वाथ्य को आईसीयू में डाल दिया
यहां पर गरीबी बहुत ज्यादा है, यहां पे स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी नहीं है,आरकारी अस्पतालों में जो महिला नसबंदी के लिए जाती हैं उन्हें मौत का सामना करना पड़ता है अस्पतालों में सहीं इलाज नहीं जोन की बजह से महिलाओं को मौत का सामना करना पड़गा है।मुख्यमंत्री के ऊपर शुरू से ब्यूरोक्रेट का आशीर्वाद शुरू से रहा है इस लिए वो पनपते आये है। कलेक्टर और डॉक्टर के साठ गाठ से इस प्रदेश को बचाना है।बस्तर के अंदर 15 सालो से वीर जवानों के लिये अस्पताल नहीं बनाया, कब बनेगा डॉक्टर साहब। नर्सों के नाम पर अब भी सरकारी अस्पतालों में नर्सों की कमी है जो अब तक पूरी नहीं कि जा सकी। नवजवानों को रोजगार नहीं दिया गया। अब तक प्रदेश में के युवा बेरोजगारी के चपेट में है।