खीर वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा की सफाई, न RJD से दूध मांगा न BJP से चीनी मांगी
पटना : बिहार में एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने अपने खीर वाले बयान पर सफाई दी है। उन्होंने पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने न तो आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) से दूध मांगा है और न ही बीजेपी से चीनी मांगी है। शनिवार को पटना में एक कार्यक्रम के दौरान उनके दिए बयान पर बिहार की सियासत गर्म हो गई थी। माना जा रहा था कि यह बयान आरजेडी और आरएलएसपी के बीच नजदीकी का संकेत है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को कहा, ‘न मैंने आरजेडी से दूध मांगी और न ही बीजेपी से चीनी मांगी। हमने सभी समाज से समर्थन मांगा है। मैं तो सामाजिक एकता की बात कर रहा था। कृपया किसी जाति या समुदाय को किसी राजनीतिक पार्टी से जोड़ने की कोशिश मत करें।’
बिहार में यादवों का आरजेडी का कोर वोटर माना जाता है। राज्य में यादवों की आबादी करीब 15 फीसदी है। वहीं आरजेडी को मुसलमानों का भी भरपूर समर्थन मिलता है। बिहार में मुस्लिमों की आबादी भी 15 फीसदी से ज्यादा है। कुशवाहा कोइरी समाज से आते हैं और बिहार की आबादी में कोइरी आबादी 3 फीसदी है। कुशवाहा बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विरोधी भी माने जाते हैं। ऐसे में उनके खीर वाले बयान को हाथोंहाथ लिया गया। इसे एनडीए कुनबे में फूट के रूप में देखा जा रहा था।