म्यांमार के जनरलों पर चले रोहिंग्या नरसंहार का मुकदमा: यूएन
जेनेवा। संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने कहा है कि रखाइन में रोहिंग्या मुस्लिमों के नरसंहार के लिए म्यांमार के जनरलों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। यूएन जांचकर्ताओं की सोमवार को जारी रिपोर्ट में रोहिंग्याओं के नरसंहार के लिए म्यांमार के सेनाध्यक्ष मिन आंग हलाइंग समेत पांच अन्य जनरलों को दोषी माना गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि म्यांमार की सरकार रोहिंग्याओं के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी और हिंसा को रोकने में विफल रही। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘सेना के बड़े पदाधिकारियों के खिलाफ रखाइन प्रांत में हिंसा करने के काफी सुबूत मौजूद हैं।’ म्यांमार ने हालांकि इस रिपोर्ट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में आतंकी संगठन अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी ने म्यांमार की पुलिस और सेना की करीब 30 चौकियों पर हमला किया था। इसके बाद प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़क उठी थी। करीब सात लाख रोहिंग्याओं ने जान बचाने के लिए बांग्लादेश में शरण ली थी। यूएन ने इस नरसंहार को जातीय सफाई करार दिया था।