समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ही विकास: डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने किया अमोरा में शासकीय महाविद्यालय का शुभारंभ अमोरा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा
अमोरा में बैंक और मंगल भवन के लिए 10 लाख रूपए की मंजूरी
अमोरा और नवागांव में मुक्तिधाम निर्माण के लिए 5-5 लाख रूपए स्वीकृत
लगभग 8 करोड रूपए की लागत के 48 कार्यो का लोकार्पण-भूमिपूजन
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि समाज के अंतिम पंक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ही सही मायने में विकास है। केन्द्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों के जीवन में खुशहाली आ रही है। नये जिले मुंगेली के गठन से इस क्षेत्र की तस्वीर बदल गई है। गांव-गांव में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। मुख्यमंत्री आज गुरू पूर्णिमा के अवसर पर मुंगेली जिले के ग्राम अमोरा (विकासखण्ड पथरिया) में शासकीय महाविद्यालय का शुभारंभ करने के बाद आमसभा को संबोधित कर रहे थे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, संसदीय सचिव श्री तोखन साहू, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सवन्नी और लोकसभा सांसद श्री लखनलाल देवांगन विशेष अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित थे।
डॉ. सिंह ने इस अवसर पर अमोरा को उप तहसील का दर्जा प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर अमोरा में मंगल भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए, अमोरा और नवागांव में मुक्तिधाम के निर्माण के लिए पांच-पांच लाख रूपए और अमोरा में बैंक प्रारंभ करने की स्वीकृति भी दी। मुख्यमंत्री ने अमोरा क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सड़कों के विकास और आस-पास की ग्राम पंचायतों में पांच-पांच लाख रूपए की लागत से सीमेंट क्रांकीट सड़क निर्माण की स्वीकृति भी दी। उन्होंने ग्रामीणों को गुरू पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने अमोरा के शासकीय महाविद्यालय का निरीक्षण किया और 36 विद्यार्थियों को ऑनलाईन प्रवेश दिलाकर शुभकामनाएं दी। वर्तमान में यह महाविद्यालय अमोरा के शासकीय हाई स्कूल के भवन में संचालित हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लगभग 8 करोड़ रूपए कीे लागत केे विभिन्न 48 निर्माण कार्यो का लोकार्पण-भूमिपूजन भी किया। उन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत 6033 हितग्राहियों को लगभग एक करोड़ 22 लाख रूपए की सामग्री और सहायता राशि का वितरण किया। इनमें से मुख्यमंत्री पेंशन योजना के अंतर्गत 4227 हितग्राहियों को पेंशन की प्रथम किश्त की राशि, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में पांच सौ महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन और लगभग नौ सौ श्रमिकों को श्रम विभाग की योजनाओं में सामग्री और सहायता राशि का वितरण किया गया।
डॉ. सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने राज्य सरकार की संचार क्रांति योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना में 50 लाख लोगों को निःशुल्क स्मार्ट फोन का वितरण किया जाएगा। इनमें से 40 लाख महिलाओं को और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले 5 लाख विद्यार्थियों को मोबाइल फोन बांटे जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत मंुगेली जिले में गरीब परिवारों की एक लाख 33 हजार महिलाओं को 200 रूपए के रजिस्ट्रेशन शुल्क पर रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। इनमें से लगभग 60 हजार महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मुंगेली जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 हजार हितग्राहियों को पक्के मकान स्वीकृत किए गए हैं। सौभाग्य योजना के अंतर्गत घर-घर में बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाकम्भरी योजना के अंतर्गत सब्जी उत्पादक किसानों को सिंचाई पंप के लिए अनुदान सहायता दी जा रही है। सिंचाई पंपों के बिजली कनेक्शन के लिए एक लाख रूपए तक का अनुदान दिया जा रहा है। तीन से पांच हार्स पावर तक के सिंचाई पंपों में किसानों को फ्लेट रेट पर बिजली बिल पटाने की सुविधा दी जा रही है। किसान के पास यदि एक से अधिक सिंचाई पंप हैं तो उन पंपों के लिए भी फ्लेट रेट पर बिजली बिल पटाने की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि धान समर्थन मूल्य 1550 रूपए से बढ़ा कर 1750 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। किसानों को 300 रूपए प्रति क्विंटल धान का बोनस भी दिया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना में गरीब परिवारों को 5 लाख रूपए तक निःशुल्क इलाज कराने की सुविधा दी गई है।
मुख्यमंत्री ने अमोरा में जिन कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें अचानकमार टाईगर रिजर्व में 38 लाख रूपए की लागत से निर्मित इंटरप्रिटेशन सेंटर का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने जिन कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया, उनमें मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत 83 लाख रूपए की लागत से घुण्डूकापा, खैरी, बछेरा, बैजना, कोकड़ी, कुकुसदा, केवटाडीह, मझरेटा, भिलाई, भटगांव, रौनाकापा, डांड़गांव, जेवरा, टोनहीचुवा, गोइन्द्री एवं लौदा में बनने वाली सी.सी. रोड, जल संसाधन विभाग द्वारा 2 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से बनने वाले ग्राम बैजना पथरिया मार्ग पर पुल निर्माण कार्य, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चिन्हांकित 6 गांवों में शुद्ध पेयजल प्रदाय के लिए 94 लाख रूपए की लागत से संबलपुर, भैसामुड़ा, डौकीदह, नेवासपुर, भटगांव एवं कंतेली में आर.ओ. मशीन के लिए भूमिपूजन किया। डॉ. सिंह ने ग्राम गौरव पथ योजना के तहत 3 करोड़ 36 लाख रूपये की लागत से धनगांव गो., खम्हरिया, पदमपुर, अमोरा, ठकुरीकापा, बिरगांव, निरजाम, गिगतरा (एक), गिगतरा (दो), डोड़ा, नागोपहरी, गोरखपुर, सेतगंगा, खैरा सिपाही, बीजातराई, कुकुसदा, कुआगांव, बामपारा, चमारी एवं विचारपुर में बनने वाले सी.सी. रोड सह नाली निर्माण का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री अमोरा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 500 महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन, पांच किसानों को सोलर पम्प, मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत 4227 हितग्राहियों को 14 लाख 79 हजार 450 के प्रथम किश्त की राशि के चेक, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में 14 हितग्राहियों को सहायता राशि, दस परिवारों को आबादी पट्टा और प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 हितग्राहियों को आवास स्वीकृति पत्र का वितरण किया। इसके अलावा उन्होंने पर्यटकों के भ्रमण के लिए 28 लाख रूपए की लागत से चार स्वसहायता समहों को एक-एक चारपहिया वाहन, एक समूह को 16 लाख रूपए की लागत की टूरिस्ट बस, एक सौ किसानों को अनुदान पर स्प्रेयर, सौ किसानों भू-स्वास्थ्य कार्ड, किसान समृद्धि योजना में पांच किसानों को सिंचाई नलकूप स्थापना के लिए एक लाख 97 हजार रूपए का अनुदान तथा एक सौ किसानों को उड़द और मूंग के मिनीकिटों का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग की योजनाओं के तहत दौ सौ श्रमिकों को सायकल, चार सौ श्रमिकों को रेजा-कुली किट, 250 श्रमिकों को राजमिस्त्री किट, 30 श्रमिकों को सिलाई मशीन, 50 श्रमिक परिवारों की कन्या विवाह पर दस लाख रूपए की सहायता राशि का वितरण किया। इसके अलावा श्रम विभाग की योजनाओं के तहत श्रमिकों की दुर्घटना मृत्यु पर अंत्येष्टि के लिए तीन हितग्राहियों को 90 हजार रूपए, तीन हितग्राहियों को ई-रिक्शा के लिए डेढ़ लाख रूपए और दस पशुपालकों को चारा बीज मिनीकिट का वितरण किया गया।