14 खरीफ़ फसलों की एमएसपी बढ़ाने के प्रस्ताव में केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

मनेन्द्रगढ़। बीते दिनों केंद्र की मोदी सरकार की अध्यक्षता में कैबिनेट मंत्रिमंडल की बैठक में फसलों की लागत का डेढ़ गुना करने धान के समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी कर एतिहासिक फ़ैसला किसानों के हित में लिया गया है।जिसमें 14 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी को मंजूरी दी,फ़सल धान की सामान्य किश्म का एमएसपी 200 सौ रूपये प्रति क्विटल बढ़ाया गया। जो की अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड है। यह 1550 से बढ़ाकर 1750 रूपये क्विटल हो गया है। मूल्य के लिहाज़ से देखा जाए तो सबसे बढ़ोत्तरी मूँग में 14 सौ रुपए की है। ग्रेड -A किश्म के धान का समर्थन मूल्य 180 रुपए बढ़ाकर 1590 से 1770 रुपए क्विटल किया गया, सामान्य किश्म के धान का एमएसपी उद्पादन लागत 50 प्रतिशत और ग्रेड -A का 52 प्रतिशत अधिक है, सर्वाधिक बढ़ोत्तरी मूँग में 14 सौ रुपए की और फ़ीसदी के लिहाज़ रागी में 5202 बढ़ोत्तरी हुई। 14 खरीफ़ फसलों में धान, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सन फ्लावर, सोयाबीन, तिल, निगरसीड, कपास, है। किसानों के फ़सल समर्थन मूल्य के वृद्धि पर केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए लखनलाल ने कहा कि सरकार का लिया गया निर्णय स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे बड़ा शासिक निर्णय है, जो किसानों के आर्थिक दशा को सुधारने में मिल का पत्थर साबित होगा। अभी पुरे राज्य के सभी जिलों में विपक्ष के लोगों ने सरकार के विरुद्ध किसान बीच में माहौल बनाकर रखा था। उसका पटाक्षेप सरकार ने निर्णय लेकर यह समर्थन मूल्य जिसे रवि व खरीब के फसलों में घोषित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने उस वादे को पूरा किया जो की 2014 के चुनाव में किसानों के समक्ष किसानों की स्थिति को उठाने का वादा किया उसे भीष्मपितांबर की प्रतिज्ञा के सामान पूरा किया। सरकार के इस फ़ैसले को कृषिकार धंधा जो घाटे का धंधा कहा जाता था, उसे सरकार ने लाभ का धंधा बनाया है, जो नवयुवक कृषि कार्य से मुँह मोड़ रहे थे, सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से ज़्यादा से ज़्यादा बेरोज़गार कृषि कार्य में लगेंगे, जिससे रोज़गार के साथ-साथ राष्ट्रीय आमदनी में भी बृद्धि होगी। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह का हृदय से आभार प्रकट किया।