फर्जी प्रमाण पत्र से हथियाली नौकरी, कोषालय विभाग में दे रहा सेवा, शिकायत के बावजूद कार्रवाई ठन्डे बस्ते में
शिकायतकर्ता :लोक नाथ साहू
(भानु प्रताप साहू/ गुनीराम साहू)
इंट्रो– एक तरफ प्रदेश की भाजपा सरकार फर्जीवाड़े पर कठोर कार्यवाही का दावा करती है तो दूसरी ओर विभाग के ऊँचे औदे मे बैठे अधिकारी तमाम शिकायतों के बावजूद कार्यवाही ना करना सरकार की मंशा को कटघरे मे खड़ा कर देता है दूसरी तरफ ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारी की सह पर तमाम तरह के कारनामे रचते रहते है जिसे कोई चाह कर भी कुछ नही कर पाता है तभी तो दर्जनो शिकायतों के बावजूद आज भी सुरेश और तुलाराम जैसे भ्रष्ट और फर्जी कर्मचारी जमे हुयें है अचरज की बात यह है कि यहाँ फर्जी प्रमाण पत्र के भरोसे ये कर्मचारी आज पदोन्नत होकर बाबू बन अपना साम्राज्य चला रहे है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने कार्रवाई करने के लिये जहमत नही उठाई, जिसके कारण ये कर्मचारी आज शासन के पैसों का बंदरबांट करने में लगे हुये है।
बलौदाबाजार। बीते 2 वर्षो से कसडोल के समाजसेवी लोकनाथ साहू पूरे सबूतों का गट्टा लिए कलेक्टर, कमिश्नर, कोषालय अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक कोषालय विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी कर रहे सुरेश प्रजापति एवं तुलाराम ठाकुर के खिलाफ शिकायत की लेकिन आज तक प्रशासन ने आश्वासन के शिवा किसी प्रकार की कार्रवाई नही की जिससे आज शिकायतकर्ता प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।
यह था मामला
सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कसडोल एवं पामगढ़ जिला जांजगीर चाम्पा से प्राप्त की गईं जानकारी से स्पष्ट हुआ कि पामगढ़ तहसील के ग्राम कामरीद निवासी सुरेश कुमार कुम्हार पिता लालजी का वर्ष 1992-93 में प्राथमिक शाला कामरीद में कुल प्राप्तांक 48.3 प्रतिशत है जबकि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पामगढ़ का पत्र क्रमांक 1203 15 दिसम्बर 17 के अनुसार सरल क्रमांक 6 में अंकित 48 प्रतिशत है जबकि इनका फर्जी प्रमाण पत्र शासकीय प्राथमिक शाला बरेली वर्ष 1993-94 में कुल प्राप्तांक 98 प्रतिशत है इसी तरह तुलाराम ठाकुर निवासी ग्राम दलदली तहसील कसडोल का मूल निवासी है इसकी प्राथमिक प्रमाण पत्र शासकीय प्राथमिक शाला दलदली वर्ष 1987-88 में कक्षा 5वी कृपोत्तीर्ण से पास हुआ है जबकि इसका फर्जी प्रमाण पत्र शासकीय प्राथमिक शाला सुकली वर्ष 1994-95 में कुल प्राप्तांक 96.5 प्रतिशत है यहाँ चयनित अभ्यर्थियों ने प्रशासन को गुमराह करते हुऐ जिस तरह से चयन लिया उसमे भ्रष्टाचार के तमाम चरम पार करते हुए प्रशासन को गुमराह कर नौकरी हथियाई, लेकिन आज सवालों के घेरे में फश चुके है लेकिन वाह!रे प्रशासन इतने शिकायतों के बावजूद न जाने कौन से चश्मे से देख रहा है कि इन मुन्नाभाइयों पर नजर नही पढ़ रही है।
शिकायतों की लंबी फेहरिश्त
ज्ञात हो की जबसे यहां सुरेश कुम्हार और तुलाराम ठाकुर ने नियुक्ति ली तबसे उनकी मार्कशीट को लेकर विरोध होता नजर आ रहा है लेकिन मोटी पकड़ बना चुके ये 2 मुन्नाभाइयों ने जिस तरह विभागीय अधिकारियों से लेकर शासन प्रशासन को गुमराह करने का काम किया उससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है की आज दर्जनों शिकायत के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नही हो पाई है।
आरटीआई से हुआ खुलासा
जिला कोषालय विभाग में फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी कर रहे मुन्नाभाइयों की जानकारी जब समाजसेवी लोखनाथ साहू को लगी तो उसने सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत संचालनालय कोष लेखा एवं पेंशन जिला कोषालय रायपुर से चयनित आवेदकों की सूची मांगी, सूची मिलने के बाद जब आवेदक ने अपने स्तर पर छानबीन की तो कई चौकने वाले तथ्य सामने आये। यहाँ आरटीआई में मिली जानकारी से स्पष्ट हुआ कि चयनित मुन्नाभाइयों ने फर्जी प्रमाण पत्र के बदौलत नौकरी ली जिसकी सम्पूर्ण दस्तावेज के तहत लोखनाथ साहू ने जिलाधीश सहित तमाम अधिकारियों को शिकायत की लेकिन अभी तक प्रशासन की जांच सिर्फ कागजों में चल रही है वही शिकायतकर्ता ने बताया कि यदि प्रशासन सूक्ष्म जांच करती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेग।
आन्दोलन की तैयारी
दर्जनो शिकायत होने के बावजूद उचि पैठ बना चुके सुरेश और तुलाराम की यदि समय रहते कार्यवाही नही की गयी तो शिकायतकर्ता लोकनाथ साहू ने आमरण अनशन की चेतावनी दी है वही प्रशासन को चेताया कि ऐसे फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी कर रहे लोगों पर जिले से टीम गठित कर जांच पड़ताल किया जाये तो कई ऐसे मुन्नाभाइयों की सूची प्रशासन को मिलेगी जिससे वास्तविक अभ्यर्थियों के सपनो को रौंदते हुये ये फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे आज शासन को चुना लगा रहे है जिससे निश्चित तौर पर लगाम लगाई जा सके।
…तो न्यायालय का करेंगे रुख
कई बार शिकायत का पिटारा दे चुके शिकायतकर्ता लोकनाथ साहू ने बताया कि हमारी शिकायत को 1 वर्ष से ज्यादा बीत गया है यदि कलेक्टर महोदय के अलावा जिम्मेदारों ने समय रहते कार्यवाही नही करते है तो आवेदक द्वारा अब जल्द ही न्यायालय की शरण ली जायेगी।
इनका कहना है।
आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है जांच कराकर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
जनक प्रसाद पाठक
कलेक्टर, बलौदाबाजार
फ़र्जी नौकरी से संबंधित शिकायत प्राप्त हुआ था जिस पर हमारे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को प्रमाणपत्र की सत्यापन के लिए पत्र लिखा गया है जांच चल रही है डीईओ के यहाँ से सत्यापन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
दिलीप सिंह
जिला कोषालय अधिकारी, बलौदाबाजार
अंकसूची जांच के लिये कोषालय विभाग से आवेदन प्राप्त हुआ था जल्द ही अंकसूची की सत्यापन कर कोषालय विभाग को सूचित किया जाएगा।
डी आर चन्द्राकर
जिला शिक्षा अधिकारी, बलौदाबाजार